राजेश शर्मा।जौनपुर :
जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर स्थित मुंगराबादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र का सृजन वर्ष 2012 में हुआ। इस विधानसभा क्षेत्र में सुजानगंज विकास खंड क्षेत्र संपूर्ण तथा मछलीशहर आंशिक शामिल है। इसमें कुल 385 राजस्व गांव हैं। विधानसभा क्षेत्र की सीमा प्रयागराज व प्रतापगढ़ जनपद की सीमा को स्पर्श करती है। इसी विधानसभा क्षेत्र में सतहरिया औद्योगिक क्षेत्र भी स्थित है। यह विधानसभा क्षेत्र पूर्वांचल का प्रवेश द्वार माना जाता है, लेकिन यहां समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। हालांकि यहां की बसपा विधायक सुषमा पटेल ने अपनी निधि, पूर्वांचल विकास निधि व लोकनिर्माण विभाग की मदद से क्षेत्र के कई गांवों में सड़कों को बनवाया। कई सड़कों के निर्माण का प्रस्ताव अभी लंबित भी है। विधायक का दावा है कि वह मुंगरा में बाइपास निर्माण एवं फ्लाईओवर बनाने की मांग लगातार कर रही है, लेकिन अभी तक स्वीकृत नहीं हो सका। उन्होंने प्रदेश सरकार पर ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि विपक्ष की विधायक होने के नाते सरकार उनके क्षेत्र पर ध्यान नहीं दे रही है। सरकार ने सभी विधानसभा क्षेत्रों में पांच करोड़ लागत की सड़कें बनाने का प्रस्ताव लिया था, लेकिन यह प्रस्ताव सिर्फ सत्तापक्ष के विधायकों से लिया गया, विपक्ष के विधायकों को नजर अंदाज कर दिया गया। इसके इतर हमने क्षेत्र में पीने के पानी के लिए हैंडपंप के साथ ही अन्य मूलभूत सुविधाओं को जनता के बीच पहुंचाने का भरसक प्रयास किया। वहीं विधायक के दावे के इतर देखें तो क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या मुंगराबादशाहपुर रेलवे क्रासिग पर आए दिन लगने वाले जाम की है। रेल ओवरब्रिज का निर्माण चुनावी मुद्दा तो बनता है। वादे किए जाते हैं, लेकिन आज भी समस्या जस की तस बनी हुई है। वर्ष 2015 के रेल बजट में ओवरब्रिज निर्माण प्रस्तावित था, लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण आज तक ओवरब्रिज का निर्माण नहीं हो सका। फ्लाईओवर निर्माण न होने से पूर्वांचल के यात्री आए दिन जाम की समस्या से जूझते हैं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव के कुछ दिन पूर्व मुंगराबादशाहपुर बाईपास निर्माण की तत्कालीन समाजवादी पार्टी सरकार ने घोषणा की थी। आचार संहिता लगने के एक दिन पूर्व पांडेयपुर में भूमि पूजन भी कराया गया, लेकिन बाइपास निर्माण अधर में लटक गया। भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया अधर में लटकी हुई है। किसानों ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर भी कर दिया है। निर्माण के लिए धन भी आवंटित है। वहीं सतहरिया औद्योगिक क्षेत्र में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। औद्योगिक क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति मछलीशहर से की जाती है। दूरी अधिक होने के कारण आए दिन फाल्ट की समस्या बनी रहती है। क्षेत्र को उकनी पावर हाउस से जोड़ने की मांग कई सालों से उद्यमी कर रहे हैं। क्षेत्र की कई ग्रामीण सड़कें खराब हैं।
----------------------
विधानसभा क्षेत्र के बहुमुखी विकास के लिए पूरा प्रयास किया। क्षेत्र की समस्याओं को कई बार सदन में भी उठाया, लेकिन विपक्ष की विधायक होने के नाते सरकार का अपेक्षित सहयोग नहीं मिला। इसके बावजूद मैंने तीन करोड़ 87 लाख रुपये विधायक निधि से 42 सड़कों का निर्माण कराया। पूर्वांचल विकास निधि तीन करोड़ दस लाख रुपये लागत से 36 सड़कें बनवाई। नौ करोड़ 77 लाख लागत से विभिन्न बस्तियों में 22 सड़कों को लोक निर्माण विभाग से बनावाया। क्षेत्र में 84 लाख से 350 सोलर लाइट, 26 लाख से सुजानगंज में आक्सीजन प्लांट, 14 लाख से 22 गावों में ट्रांसफार्मर क्षमता वृद्धि कराया। पेयजल सुविधा के लिए 260 हैंडपंप विधायक निधि व शासन के सहयोग से लगवाया। 35 लाख से मुंगराबादशाहपुर बस डिपो भवन का जीर्णोद्धार कराया। महापुरुष सरदार पटेल के सम्मान में 15 लाख से दो स्वागत द्वार बनवाया। तीन करोड़ दो लाख 72 हजार रुपये बीमार लोगों के सहयोग में मदद दिया। बच्चों के पठ-पाठन के लिए 80 लाख विद्यालयों को सुदृढ़ बनाने पर खर्च किया। इसके अतिरिक्त सतहरिया औद्योगिक क्षेत्र में ट्रामा सेंटर बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा है। धन स्वीकृत होने के बावजूद मुंगराबादशाहपुर बाइपास का निर्माण नहीं हो रहा है, अविलंब निर्माण कराने की मांग किया है। क्षेत्र में महिला महाविद्यालय की स्थापना की मांग किया है।
-सुषमा पटेल, विधायक, मुंगराबादशाहपुर।
---------------------
मुंगराबादशाहपुर क्षेत्र में विधायक ने कितना विकास कार्य कराया, जनता सब कुछ जानती है। विधायक जनता के लिए कितना सुलभ रही हैं यह बताने की जरूरत नहीं है। झूठा ढिढोरा पीटने से कुछ नहीं होगा। बीमार लोगों की मदद में मुख्यमंत्री की दी गई सहायता राशि को वह अपनी उपलब्धि बता रही हैं जो हास्यास्पद है। जो अपना क्षेत्र छोड़ दे वह जनता का हितैषी हो ही नहीं सकता है। क्षेत्र के विकास में फेल होने पर विपक्ष का विधायक बताकर सरकार पर ठीकरा फोड़ना यह उचित नहीं है।
-सीमा द्विवेदी, सदस्य राज्यसभा (पूर्व प्रत्याशी)।
--------------------
मुंगराबादशाहपुर विधायक व्यवहार में सौम्य हैं। विकास कार्य को देखा जाए तो जनता की अपेक्षा पर खरी नहीं उतर पाईं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुजानगंज में आक्सीजन प्लांट देकर प्रशंसनीय कार्य किया है। क्षेत्र में उपलब्धता नगण्य रही।
-लक्ष्मीनारायण पाठक, नगहरपुर,सुजानगंज।
--------------------
सतहरिया औद्योगिक क्षेत्र का विकास यदि किया गया होता तो बेरोजगारी काफी हद तक दूर हो जाती। सड़कों में बड़े-बड़े गढ्डे हैं, जिससे आवागमन में बड़ी कठिनाई होती है। मुंगराबादशाहपुर में ओवरब्रिज की आवश्यकता है जिसका निर्माण आरंभ नहीं हो सका। ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें भी बदहाल हो चुकी है।
-प्रमोद दुबे, मुंगराबादशाहपुर।
--------------------
क्षेत्र की महिला विधायक होने के बावजूद यहां अस्पतालों में महिला चिकित्सक की तैनाती नहीं है। जिससे महिलाओं को इलाज कराने में कठिनाई होती है। महिलाओं को मजबूर होकर पुरुष चिकित्सकों की मदद लेनी पड़ती है, जबकि दस साल पहले यहां महिला चिकित्सालय की व्यवस्था थी।
-रंजना दुबे, मुंगराबादशाहपुर।
-------------------
सतहरिया औद्योगिक क्षेत्र के समस्याओं पर विधायक ने ध्यान नहीं दिया। समस्याओं को लेकर होने वाली बैठक में कभी शामिल नहीं हुईं। टूटी सड़कें, ध्वस्त विद्युत व्यवस्था, बुनियादी सुविधाओं के अभाव में किसी तरह से उद्योग चल रहे हैं। सीडा कार्यालय पर दो माह से प्रबंधक की कुर्सी खाली है कोई अधिकारी तैनात नहीं है। जिसके चलते कार्यालय संबंधी बहुत सी समस्याएं अधर में लटकी हुई है।
-गुलाब पांडेय, उद्यमी सतहरिया।
--------------------- मुंगराबादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र
कुल मतदाता : 377797
पुरुष मतदाता : 201470
महिला मतदाता : 176310
अन्य मतदाता : 17
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know