अभद्र भाषा निषेध अधिनियम के लिए संसद में बिल पेश कर नौरंगडीह के सिराजुल उलूम रहमानिया में सख्त कानून बनाने की मांग की गई। रजा एकेडमी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मौलाना अब्बास अली रजवी ने कहा कि अराजक तत्व आये दिन हमारे नबी पर अपशब्द कहते हैं। उनकी शान व कुरआन के बारे मे गुस्ताखी की जाती है जो हमें कतई बर्दाश्त नहीं है। कहा कि किसी भी मजहब के रहनुमा या मुकद्दस किताबों पर टिप्पणी के नाकाबिले बर्दाश्त है। हम इसकी पुरजोर मजम्मत करते हैं। संसद में इस संबंध में बिल पारित करने की मांग की गयी। जिसमें दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने की बात कही गई।
बैठक को मुफ्ती सलीम नईमी, गुलाम मुर्तजा, जमाल अली, मौलाना वारिस, राहत मिस्बाही, अब्दुल खालिक ने संबोधित किया। अजमत अली फैजी, मौलाना महफूज आलम निजामी, मौलाना शीश मोहम्मद, मौलाना मोईन अख्तर, कमरूद्दीन समेत दर्जनों की तादाद में उलेमा मौजूद रहे।
असग़र अली
उतरौला
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