उतरौला (बलरामपुर) शुक्रवार की शब रेहरा माफ़ी के इमाम बारगाह मरहूम इब्ने हसन में अंजुमने वफ़ाये अब्बास के बैनर तले एक भव्य महफ़िल जश्ने ईदे ग़दीर का आयोजन किया गया।
महफ़िल का संचालन अज़ीम हल्लौरी और अध्यक्षता इमामिया ट्रस्ट के अध्यक्ष ऐमन रिज़वी ने की।
महफ़िल को सम्बोधित करते हुए मौलाना ज़ायर अब्बास साहब ने बताया कि लगभग 1400 वर्ष पूर्व आज के ही दिन 18 ज़िल्हिजा को हमारे नबी मुहम्मद मुस्तफ़ा ने अपने चचेरे भाई हज़रत अली को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया था।
बस इसी की याद में दुनिया भर में शिया समुदाय के लोग आज के दिन जश्न मनाते हैं!
जो पिछले 24 सालों से होती आ रही है।इस महफ़िल में मौलाना ज़ायर अब्बास मौलाना मीसम जलालपूरी अनीस उतरौलवी ज्ञानेंद्र पांडे वक़ार एडवोकेट। इरफ़ान हैदर,शुजा उतरौलवी अबरार बलरामपुरी, शारिब हल्लौरी, मीसम उतरौलवी, शरफ़ उतरौलवी, अली जाफ़री , जावेद हैदर ,फ़राज़ अब्बास ने अपना कलाम पेश किया
इस अवसर पर मौलाना सिब्ते हैदर मौलाना मुहम्मद अली हसनैन आब्दी अरशद हुसैन सरवर जाफ़री अशफ़ाक़ हुसैन अम्मार रिज़वी अली जाफ़र तौसीफ़ हसन अब्बास जाफ़र मुहम्मद शाहिद मोजिज़ अब्बास  मुहम्मद आलिम अता अब्बास मुहम्मद सालिम नदीम हैदर यासूब अब्बास शामिल रहे!
कार्यक्रम के अंत में बाहर से आये सभी लोगों का संस्था के सदस्य शुजा उतरौलवी ने पुरस्कार और प्रसाद देकर धन्यवाद किया!



उतरौला से असगर अली की रिपोर्ट।

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