जौनपुर : नौनिहालों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर बेहतर माहौल देने के लिए 250 आंगनबाड़ी केंद्रों को माडल के तौर पर विकसित किए जाने की तैयारी की गई है। साफ-सुथरे व सुसज्जित आंगनबाड़ी केंद्रों पर ट्वाय बैंक भी बनाया जाएगा। माडल बनाए गए केंद्रों पर बच्चों के बैठने के लिए टाट-पट्टी की बजाय डेस्क व ब्रेंच लगाए जाएंगे। आने वाले दिनों में अन्य केंद्रों को भी बेहतर बनाया जाएगा।

अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्रों पर बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। यही वजह है कि केंद्रों पर बच्चों की संख्या लगातार घट रही है। ऐसे में अभिभावकों का विश्वास जीतने व केंद्रों पर बच्चों की पहुंच बढ़ाने के लिए इन्हें बेहतर बनाए जाने का फैसला लिया गया है। मौजूदा समय में चार लाख 30 हजार के करीब बच्चे हैं, लेकिन कम ही बच्चे यहां आते हैं। ऐसे में इनके विकसित होने से काफी कुछ बदल जाएगी। 105 बनाए जा चुके हैं माडल

फिलहाल 105 केंद्रों को न सिर्फ आकर्षक बनाया गया है, बल्कि उनमें बच्चों की जरूरतों के लिहाज से व्यवस्थाएं भी की गई हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों पर खिलौने उपलब्ध कराने के लिए कुछ एनजीओ समेत विद्यालयों से भी संपर्क किया गया है। निजी विद्यालयों से मिलने वाले पुराने खिलौनों को केंद्रों तक पहुंचाया जाएगा। आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या : 5,361

विभागीय भवन में : 629

किराए पर : 171

प्राइमरी विद्यालय व पंचायत भवनों में : 4,461

----------------- ये बदलाव आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को बेहतर माहौल देने के लिहाज से किया गया है। कुछ केंद्रों को माडल बनाया जा चुका है। आने वाले दिनों में अन्य केंद्रों को भी बेहतर बनाया जाएगा।

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