उतरौला (बलरामपुर)रजा एकाडमी संस्था के प्रवक्ता मोहम्मद अब्बास रजवी के नेतृत्व में स्थानीय उलेमा ने लम्बे समय से प्रतीक्षित विधेयक अभद्र भाषा(निषेध) अधिनियम 2021को पेश करने संबंधित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित एक ज्ञापन अपर जिलाधिकारी बलरामपुर अरुण कुमार शुक्ल को सौंपा।
     दिए गए पत्र में कहा कि भारतीय समाज ने क‌ई बड़े व छोटे दंगे व समाजिक अशांति को देखा है जिसके परिणामस्वरूप स्वतंत्रता के बाद के युग में क‌ई लोगों की जान चली गई है जन जागरूकता के कारण हिंदू, मुस्लिम,सिख, इसाई, पारसी, बौद्ध असमाजिक‌ तत्वों और सांप्रदायिक संगठनों द्वारा अपनाई गई रणनीति और कार्य प्रणाली को जानते हैं इसलिए लोगों ने समाज को बचाया है फिर भी ऐसे असामाजिक तत्व हमारे महान राष्ट्र के सामाजिक ताने-बाने को नष्ट करने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपना रहे हैं।ये तत्व झूठी अफवाहें , भड़काऊ भाषण,गाली गलौज, धार्मिक स्थलों पर मास फेंककर और अल्प संख्यक समुदाय के खिलाफ तरह तरह के काम करके हिंसा को भड़काने की रणनीति अपनाते हैं। ऐसे असामाजिक तत्व बम विस्फोट,माब लिचिंग , मासूम छात्रों की पिटाई करते हैं ऐसे ही कुछ असामाजिक तत्व हमारे पवित्र पैगम्बर मोहम्मद सल्ल्लाहो अलैहे वसल्लम के खिलाफ अपशब्द का उपयोग करके धार्मिक संतों,व महान राष्ट्रीय हस्तियों के खिलाफ तथा हमारे पवित्र क़ुरआन के खिलाफ अपमान जनक भाषाओं का उपयोग करते हुए मुस्लिम समुदाय को निशाना बना रहे हैं। जबकि हमारे संविधान ने गरिमा, स्वतंत्रता और धार्मिक प्रथाओं को मानने के लिए मौलिक अधिकार दिए हैं। उपरोक्त स्थिति के आलोक में हम अपने पवित्र पैगम्बर, महान संतों, और हमारे पवित्र क़ुरआन और हदीस के सम्मान की रक्षा के लिए विधेयक पेश करने का प्रस्ताव कर रहे हैं।यह प्रस्ताव निश्चित रूप से समाज में शांति सद्भाव, आपसी समझ की बहाली सुनिश्चित करेगा। ऐसे में अनुरोध है कि अल्प संख्यक समुदाय के सामान्य भलाई और सम्मान के हित में प्रस्तावित विधेयक की मंजूरी को पारित करायें। इस मौके पर मौलाना अता मोहम्मद सिद्दीकी,सगीर खान समेत तमाम उलेमा मौजूद रहे।


उतरौला से असगर अली की रिपोर्ट।

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