सीतापुर, संवाद सूत्र। सीतापुर की शुभांगी जोशी ने हिमाचल प्रदेश में जिले का मान बढ़ाया है। हिमाचल में घोषित पीसीएस जे के परिणाम में शुभांगी को तीसरा स्थान मिला है। इस उपलब्धि से न केवल शुभांगी का परिवार बल्कि, सीतापुर के लोग भी खुश हैं। शुभांगी की यह उपलब्धि अपने आप में खास है। डाक्टरों के परिवार से ताल्लुक रखने वाली शुभांगी ने अपने करियर की अलग राह सिर्फ इसलिए चुनी क्योंकि उनका संकल्प लोगों को न्याय दिलाने का था।

शुभांगी के पिता डा. केडी जोशी जिले के चिकित्सक हैं जबकि मां किरन जोशी गृहणी हैं। शुभांगी की प्राथमिक शिक्षा रीजेंसी स्कूल में हुई। इसके बाद इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय नई दिल्ली से विधि की शिक्षा ग्रहण की।
उसी दौरान उनके मन में जज बनकर लोगों को न्याय देने का संकल्प आ गया था। उस संकल्प को पूरा करने के लिए विधि की पढ़ाई के साथ ही सिविल सेवा की तैयारी में जुट गईं। एक निजी कोचिंग में जाकर परीक्षा की बारीकियों को समझा। दूसरे ही प्रयास में यह सफलता अर्जित कर ली। पीसीएस प्री की परीक्षा मार्च 2020 में मेंस दिसंबर व साक्षात्कार 3 जुलाई को हुआ। साक्षात्कार में सफलता मिलते ही वह लक्ष्य पूरा हो गया जिसे वह अपने मन में संकल्प के रूप में लिए हुई थीं।

शुभांगी की एक बहन डा. आरुषी जोशी व भाई डा. प्रेरित जोशी चिकित्सक हैं। पिता व भाई, बहन चिकित्सा क्षेत्र में होने के बाद भी नई राह चुनने का संकल्प लिए शुभांगी सफलता का श्रेय अपने माता पिता व भाई बहन को देती हैं। उनका कहना है कि इन्हीं लोगों की प्रेरणा से ही मैंने घर के सदस्यों से अलग प्रोफेशन चुना और उसमें सफल हुई।

लोगों ने दी बधाई : शुभांगी के हिमाचल में तीसरे स्थान पाने के बाद परिवारजन को बधाइयां मिलनी शुरू हो गईं। उनके पिता को लोगों ने फोन कर बधाई दी।

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