*रात में बच्चे के साथ भटक रही महिला के प्रति पत्रकारों द्वारा दिखाई गई मानवीय संवेदना।*
बीकापुर।
मंगलवार रात करीब 8 बजे करीब 6 माह के दूध मुहां बच्चे को लेकर भटकती हुई एक करीब 26 वर्षीय युवती बीकापुर कस्बे के सीएचसी पर बैठी नजर आई। जो काफी डरी और सहमी लग रही थी। युवती के गोद में मौजूद 6 माह का बच्चा भूख से तड़प रहा था। और रो रो कर बुरा हाल था। सड़क से गुजरने वाले लोग बच्चे और युवती को देखकर मुंह फेर कर चले जाते थे। किसी द्वारा पूछने की जहमत नहीं उठाई गई। इसी दौरान वहां पहुंचे पत्रकार राजेंद्र पाठक एवं के के शुक्ला द्वारा मानवीय संवेदना दिखाते हुए महिला से परेशानी का कारण पूछा। उसने बताया कि वह काफी परेशान है बच्चे को पिलाने के लिए दूध नहीं है। वह भी भूखी है। घर से प्रताड़ित होने के चलते वह भाग आई है। अस्पताल में रात भर रहने के लिए चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों से निवेदन किया लेकिन उनके द्वारा अस्पताल में रहने के लिए मना कर दिया गया। युवती की परेशानी देखकर मीडिया कर्मियों द्वारा मदद की गई। मानवीय संवेदना दिखाते हुए बच्चे को दूध पिलाने के पैसा दिया। बगल में चाय जलपान के दुकानदार से युवती को खाने के लिए सामान दिलाया गया। कोतवाली में संपर्क ना होने पर पत्रकारों द्वारा पुलिस क्षेत्राधिकारी सत्येंद्र भूषण त्रिपाठी को महिला के परेशान होने की सूचना दी गई। पुलिस क्षेत्राधिकारी द्वारा सूचना पर त्वरित पहल करते हुए कोतवाली पुलिस को महिला को सुरक्षित उसके घर पहुंचाने का निर्देश दिया गया। क्षेत्राधिकारी के निर्देश पर अस्पताल पहुंची कोतवाली पुलिस महिला का नाम पता पूछ कर उसको रात में सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए अपने साथ ले गई। दूधमुहा बच्चे के साथ भटक रही युवती कोतवाली क्षेत्र के मलेथू कनक के निवासी बताई जाती है।-----+++डॉक्टर ए०के०श्रीवास्तव, अयोध्या ब्यूरो चीफ+++
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