*नींव भराई का 50 प्रतिशत कार्य पूरा, 23 लेयर तैयार*

*अयोध्या*-राममंदिर निर्माण के लिए नींव भराई का काम 15 सितंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है। कुल 44 लेयर में नींव भरी जानी है। जिसमें से करीब 50 प्रतिशत 23 लेयर डालने का काम पूरा हो चुका। उधर प्लिंथ निर्माण की भी तैयारी तेज हो गई है। प्लिंथ में लगने वाले मिर्जापुर के पत्थरों की आपूर्ति लगातार हो रही है। श्रमिकों का जत्था भी पहुंच गया है।
राममंदिर की नींव भराई का काम तेजी से चल रहा है। आरसीसी प्रणाली के जरिए डाली जा रही नींव के काम की निगरानी विशेषज्ञ इंजीनियरों की टीम कर रही है। नींव को सुखाने के लिए पत्थर की सिल्लियों का भी प्रयोग किया जा रहा है। बारिश की वजह से काम में बाधा आ रही है। वहीं दूसरी ओर मिर्जापुर से करीब 24 श्रमिकों का जत्था अयोध्या पहुंच गया है।
मिर्जापुर के पत्थरों को चेन के आकार में एक-दूसरे से फंसा कर लगाने के लिए इनमें होलफास का निर्माण किया जाएगा। इसके निर्माण के लिए ही मिर्जापुर से ये श्रमिक अयोध्या पहुंचे हैं। जो पत्थर आ चुुके हैं उनमें होलफास का निर्माण इन श्रमिकों ने शुरू कर दिया है। राममंदिर के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि नींव भराई का काम 50 प्रतिशत पूरा हो चुका है।
अब तक 23 लेयर का निर्माण हो चुका है। जो लेयर बन गई हैं उसे सुखाने का काम किया जा रहा है। बारिश के चलते नींव भराई का काम बाधित हुआ है। 15 सितंबर तक सभी 44 लेयर के निर्माण का कार्य पूरा हो जाएगा, उसके तुरंत बाद प्लिंथ निर्माण का काम शुरू हो जाएगा। रामजन्मभूमि में मंदिर निर्माण कार्य में बड़ी मात्रा में फिल्ड मैटेरियल का प्रयोग हो रहा है।
ऐसे में प्रतिदिन बड़ी संख्या में मालवाहक वाहन रामजन्मभूमि परिसर में मैटेरियल लेकर आते हैं। जांच-पड़ताल के बाद एक-एक कर वाहनों को परिसर में भेजा जाता है। क्रॉसिंग थ्री के मुख्य रास्ते से ही मालवाहक वाहनों का प्रवेश हो रहा है। मुख्य मार्ग पर प्रवेश के रास्ते में तीन अलग-अलग द्वार हैं। जहां वाहनों की पूरी जांच केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों की मौजूदगी में सिविल पुलिस करती है।
क्लीयरस न मिलने पर वाहनों का प्रवेश भी नहीं हो पाता। इस प्रक्रिया में समय लगता है। जिसके चलते मुख्य मार्ग पर मालवाहक वाहनों का लंबा काफिला लग जाता है। इससे निजात के लिए यूसूफ आरा मशीन से रामजन्मभूमि परिसर तक सीधा रास्ता खोलने का काम शुरू हो चुका है। एप्रोच रोड बनाई जा रही है। इसी हफ्ते यह रास्ता शुरू हो जाएगा।------++++डॉक्टर ए०के०श्रीवास्तव, अयोध्या ब्यूरो चीफ++

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने