आशीष मिश्रा बॉक्सर बने अधिकारी

आशीष मिश्रा बॉक्सर ( छात्रनेता लखनऊ विश्वविद्यालय) का हुआ व्यायाम प्रशिक्षक ( युवा कल्याण अधिकारी ) लखनऊ के पद पर हुआ चयन 
छात्र नेता लखनऊ विश्वविद्यालय आशीष मिश्रा बॉक्सर आपने जीवन की एक नई पारी शुरू करने जा रहे है आयोग द्वारा चयन युवा कल्याण अधिकारी लखनऊ के पद पर सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी के हाथो से नियुक्ति मिली है आशीष मिश्रा बॉक्सर एक शानदार खिलाड़ी के साथ साथ एक शक्त छात्र नेता भी है जो छात्र हित को लेकर लखनऊ विश्वविद्यालय में अनेकों आंदोलन किए है आशीष मिश्रा बॉक्सर 4 जुलाई 2018 में लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति से लड़ाई करके 120 दिन जेल की भी यात्रा की आशीष मिश्रा बॉक्सर का जीवन संघर्ष से भरा रहा बहुत सारे उतार चढ़ाव आए आशीष मिश्रा बॉक्सर लखनऊ विश्वविद्यालय को बॉक्सिंग में गोल्ड मेडलिस्ट होकर लखनऊ विश्वविद्यालय को एक अलग पहचान दिया है
 बॉक्सर  का परिवेश लखनऊ में 12 th में क्रिश्चिन  कालेज में हुआ  और साथ ही में K.D.सिंह बाबू स्टेडियम में बॉक्सिंग में भी दाखिला लिया कोच संजय मिश्रा जी के देख रेख बॉक्सर नाम से जुड़ने की मुंहिम सुरु हो गई  12th का बोर्ड पेपर हुआ परिणाम घोषित हुआ 61% मार्क मिला ग्रह प्रवेश के लिए विश्वविद्यालय आए यहां प्रवेश परीक्षा होनी थी बॉक्सर  ने पास ही नहीं की पूरे विश्वविद्यालय में 3 स्थान प्राप्त किया सन 2005 विश्व विद्यालय में प्रवेश लिया और B.A को प्रथम श्रेणी में पास किया और बॉक्सर ने विश्वविद्यालय की टीम से दो बार all India inter university खेलने भी गए साथ ही साथ विश्वविद्यालय से ही NCC भी A ग्रेड से संपन्न की इसी दौरान Nda की लिखित परीक्षा पास की साक्षात्कार के लिए बुलाया गया लगातार परीक्षाएं पास की और साक्षात्कार के लिए बुलाया जाए सेना में अफसर बनने के लिए एनडीए  सीडीए sta कुल मिलाकर 14 साक्षात्कार दिए इसी दौरान 8 आल इंडिया university और 3 स्टेट और सीनियर जिसमे स्वर्ण पदक प्राप्त किया  अब आशीष मिश्रा  को सारे दोस्त बॉक्सर नाम से पुकारने लगे अपनी आठवीं ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी खेलते हुए बनारस के बीएचयू में हाथ टूट गया खेल छोड़ने का समय आ चुका था अब खेल छोड़ा और पढ़ाई की तरफ और  बढे लखनऊ विश्वविद्यालय से बीपीएड एमपीएड एमएसडब्ल्यू योगा की मास्टर डिग्री पूरी की और सारी मास्टर डिग्री या प्रथम श्रेणी में की और लखीमपुर में एक इंटर कालेज में योग अध्यापक के पद पर भी चयन हुआ पर आशीष मिश्रा बॉक्सर पयागपुर राजनीति के कर्ण धारक जो पयागपुर को एक सही राह दिखाने के लिए अध्यापक पद को छोड़ दिया और पायगपुर के युवाओं में क्रांति का बिगुल बजाना शुरू कर दिए और अब आशीष मिश्रा बॉक्सर एक अच्छे पद पर सोसोभित होकर पयागपुर बहराइच का नाम रोशन कर दिखाया है।


हिंदी संवाद न्यूज़ बहराइच।

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