एक्सप्रेस वे की ओवरलोड डंपरो ने ग्रामीण सड़कों को बदहाल किया
गिरजा शंकर गुप्ता (ब्यूरों)
जलालपुर अंबेडकर नगर। विकास खंड भियांव की अधिकांश सड़कें गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के ओवरलोड डम्परों के कारण जर्जर एवं बदहाल हैं। बारिश में इन पर चलना खतरे से खाली नहीं है। गड्ढायुक्त सड़कें सरकार के झूठे दावों की पोल खोल रही हैं।
भियांव ब्लॉक के अंबरपुर न्याय पंचायत की आधा दर्जन सड़कें गड्ढा मुक्त न होकर आज भी जर्जर एवं गड्ढा युक्त हैं। अंबरपुर से मुस्कुराई संपर्क मार्ग अत्यंत खराब एवं क्षतिग्रस्त है। जगह-जगह गड्ढे हैं, जिस पर पैदल चलना भी मुश्किल है। कुछ यही हाल अंबरपुर सवरगह, सोहगूपुर नत्थूपुर लौधना संपर्क मार्ग की है। ये भी सड़कें जगह-जगह टूट गई हैं। इन सड़कों से गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के ओवरलोड डम्परों के जाने के कारण पूरी तरह टूट गयी हैं। बारिश में इनकी हालत बदतर हो गई है। कीचड़ से सराबोर इन सड़कों में फंसकर राहगीर चोटहिल हो रहे हैं। इसके अलावा मुन्डेहरा किशुनपुर कबिरहा मार्ग, मुन्डेहरा रफीगंज नहर की पटरी मार्ग, झामबाबा नसोपुर सिपाह ढाखा गहनागन बाबा राजेपुर कोपा संपर्क मार्ग की हालत एक्सप्रेस वे के ओवरलोड वाहनों ने खराब कर दिया है। जबकि यहां सैकड़ों लोग गहनागन बाबा के दर्शन करने आते हैं। अंबरपुर लेढि़या ब्रह्मधाम पिच मार्ग तो जगह-जगह टूट कर गड्ढों में तब्दील हो गया है। गिट्टियां बिखर गई हैं। जबकि पावन स्थली ब्रह्मधाम जाने का एकमात्र रास्ता है। प्रत्येक सोमवार को हजारों श्रद्धालु दर्शन करने इसी रास्ते से जाते हैं और मार्ग खराब होने के कारण चोटहिल होते हैं। वहीं ढाखा घोड़गहा सेहरी मार्ग आठ किलोमीटर पूरी तरह ध्वस्त हो गया है।
आमरण अनशन भी हुआ था: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की थी कि सभी सड़कें गड्ढामुक्त होंगी, परंतु ये आधा दर्जन सड़कें अभी भी गड्ढा युक्त हैं। इतना ही नहीं लोकतंत्र बचाओ अभियान के जिला संयोजक रामसूरत कौशिक ने सड़कों के पुनर्निर्माण के लिए अंबरपुर बाजार में आमरण अनशन किया था। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता के साथ तत्कालीन उपजिलाधिकारी विवेक मिश्र ने अनशन स्थल पर पहुंचकर आश्वासन दिया था कि शीघ्र जर्जर सड़कों की मरम्मत होगी, परंतु अभी तक कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं हुई।
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