गांव की पक्की सड़क क्षतिग्रस्त होने से राहगीरों को आवागमन में परेशानी

          गिरजा शंकर गुप्ता (ब्यूरों) 
इंदईपुर अंबेडकर नगर। बसखारी विकास खंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत समसुद्दीनपुर के फत्तेनूरपुर गांव में पक्की सड़क क्षतिग्रस्त होने के चलते ग्रामीणों को आवागमन के लिए कड़ी मशक्कत झेलनी पड़ रही है। ग्रामीणों के बार-बार लोक निर्माण विभाग व जनप्रतिनिधियों को अवगत कराने के बावजूद मार्ग अभी तक ठीक नहीं हो सका है। विभागीय अधिकारी व जनप्रतिनिधि चुनाव में मस्त हैं, तो ग्रामीण आवागमन करने के लिए त्रस्त हैं।
विधानसभा टांडा क्षेत्र के ग्राम फत्तेनूरपुर में पिछले चार वर्षों से ग्रामीणों का मुख्य मार्ग टूटकर क्षतिग्रस्त हो चुका है। सड़क मार्ग पर बरसात के अलावां अन्य मौसम में भी तालाब का नजारा सड़क पर दिखाई देता है। प्रदेश में भाजपा सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले कैबिनेट बैठक में ही प्रदेश के शहरी एवं ग्रामीण सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का आदेश जारी किया था। बहुत सी सड़कें गड्ढा मुक्त भी हो गईं, लेकिन विकासखंड बसखारी के फत्तेनूरपुर में ग्रामीणों का मुख्य संपर्क मार्ग अपने दिन बहुरने के इंतजार में है। चार साल बीत जाने के बाद भी ग्रामीणों के साथ सड़क भी अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। लगभग दो हजार आबादी की जनसंख्या वाले गांव के ग्रामीण गड्ढायुक्त सड़कों पर आवागमन करने के लिए मजबूर हैं। पूर्ववर्ती सरकार के शासनकाल में पक्की सड़क मार्ग का निर्माण किया गया था। तत्समय विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने मानक के विपरीत गुणवत्ताविहीन सड़क का निर्माण कर अपने कर्तव्य से इतिश्री कर ली थी। वहीं सड़क के रखरखाव के लिए कभी भी रिपेयरिंग तक का कार्य नहीं हुआ। भाजपा सरकार के गठन के बाद बदहाली से निकलने की उम्मीद जगी तो ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधि व लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया, लेकिन सभी जिम्मेदार सड़क निर्माण के बजाय सिर्फ आश्वासन देते रहे। सड़क मार्ग का निर्माण न होने के चलते जितेंद्र सिंह, राजेंद्र मौर्य, रामवीर सिंह, मुन्ना सिंह, राजेश सिंह, मोतीलाल मौर्य समेत अन्य लोगों में दिन प्रतिदिन आक्रोश पनप रहा है।

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