पुरवा हवाओं संग हुई बारिश से थोड़ी राहत मिली है। अचानक मौसम में आए इस बदलाव की वजह से ही तापमान में भी छह डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई है। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार दस जुलाई तक ऐसे ही मौसम बने रहने की संभावना है। इसमें वाराणसी और आसपास के जिलों में अच्छी बारिश देखने को मिल सकती है।
बृहस्पतिवार को सुबह से ही बादलों की आवाजाही जारी रही और पुरवा हवाओं के चलने की वजह से भी लोगों ने राहत महसूस की। इस दौरान दोपहर में लंका, गुरुधाम, बीएचयू परिसर, रथयात्रा, महमूरगंज सहित कई जगहों पर तेज बारिश हुई, जबकि कई जगहों पर केवल बूंदाबांदी ही हुई। बारिश, हवा में नमी की वजह से अन्य दिनों की अपेक्षा राहत रही। जुलाई महीने की शुरुआत से ही दिन में तीखी धूप हो रही थी। हवा भी न चलने से उमस से लोग बेहाल थे।मौसम वैज्ञानिक एसएन पांडेय ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से पुरवा हवाएं आने लगी हैं, साथ ही मानसून की सक्रियता भी बढ़ने लगी है। इस वजह से नौ, दस जुलाई को बारिश के आसार है। इधर तापमान में भी कमी दर्ज की गई।
बृहस्पतिवार को सुबह से ही बादलों की आवाजाही जारी रही और पुरवा हवाओं के चलने की वजह से भी लोगों ने राहत महसूस की। इस दौरान दोपहर में लंका, गुरुधाम, बीएचयू परिसर, रथयात्रा, महमूरगंज सहित कई जगहों पर तेज बारिश हुई, जबकि कई जगहों पर केवल बूंदाबांदी ही हुई। बारिश, हवा में नमी की वजह से अन्य दिनों की अपेक्षा राहत रही। जुलाई महीने की शुरुआत से ही दिन में तीखी धूप हो रही थी। हवा भी न चलने से उमस से लोग बेहाल थे।मौसम वैज्ञानिक एसएन पांडेय ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से पुरवा हवाएं आने लगी हैं, साथ ही मानसून की सक्रियता भी बढ़ने लगी है। इस वजह से नौ, दस जुलाई को बारिश के आसार है। इधर तापमान में भी कमी दर्ज की गई।
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