उतरौला (बलरामपुर) स्थानीय विकास खंड के पशु आश्रय केन्द्रों में संरक्षित गौवंशो की दशा अत्यंत दयनीय है। पशुओं को खाने के लिए चारा व पीने का पानी परिसर में विखरा हुआ गोबर प्रचंड धूप से बचने के लिए टीन शेड पशुओं के लिए मौत का पैगाम देती है इससे कई पशुएं अब तक दम तोड़ चुके हैं।
पशु आश्रय केंद्र तिलखी बढ़या में इस समय 40गायें मौजूद हैं गौशाला में पानी भर जाने के कारण सभी पशुओं को मोहन जोत स्थित स्कूल के प्रांगण में रखा गया है जहां प्रचंड धूप में पशु हांफते रहते हैं और कई पशु बीमारी के शिकार हैं।वर्षा के कारण उन्हें कीचड़ में खड़े होकर दिन रात गुजारने पड़ते हैं इन पशुओं की दुर्दशा पर कोई भी जिम्मेदार तवज्जो नहीं दे रहा है।इन अव्यस्थाओं में पशु मात्र आंख में आंसू भरकर अपनी दुर्दशा की हकीकत बयां करते हैं।
असग़र अली
उतरौला
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