तारे ज़मीं पर द्वितीय ई-कैम्प फायर
वर्तमान परिस्थितियों में लोगों को अवसादग्रस्त होने से बचाने के लिए एक विशेष संगीत संध्या का आयोजन 

सी.टी.सी.एस., अंजली फ़िल्म प्रोडक्शन एवं यूथ हॉस्टल्स का संयुक्त प्रयास

द्वितीय ई-कैम्प फायर संगीत संध्या वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर
लखनऊ/बलरामपुर: वर्तमान परिस्थितियों में लोगों को अवसादग्रस्त होने से बचाने के लिए एक विशेष संगीत संध्या का आयोजन रात 7 बजे से ज़ूम वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर किया गया, साथ ही फेसबुक के सी.टी.सी.एस. के पेज एवं यूथ हॉस्टल्स की उत्तर प्रदेश राज्य शाखा के पेज पर भी उसका लाईव प्रसारण हुआ।

कार्यक्रम का आगाज़ ऐमन जावेद फ़ारूक़ी, बाराबंकी, के द्वारा एक बर्थडे सांग बार बार दिन ये आये से हुआ। आज लखनऊ के डी. के. श्रीवास्तव का जन्मदिन भी था, जिसे सभी ने मिलकर मनाया।  इसके बाद कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए सी.टी.सी.एस. की बचपन कार्यक्रम की ब्रांड एम्बेसडर 5 वर्षीया स्वीटी श्रीवास्तव, लखनऊ ने हे भगवान तुझे प्रणाम भजन बहुत प्रभावशाली ढ़ंग से प्रस्तुत किया। बर्थडे बॉय डी. के. श्रीवास्तव, लखनऊ ने माऊथ ऑर्गन पर अजीब दास्तां है ये गाना बेहतरीन अंदाज़ में सुनाया। सतीश दलेला, लखनऊ ने आज यू. एस. से जुड़ते हुए फूलों के रंग से दिल की कलम से तुझको लिखी रोज़ पाती सुनाकर माहौल को संगीतमय बना दिया।

कार्यक्रम को गतिशीलता देते हुए सान्वी श्रीवास्तव, लखनऊ ने बच्चे मन के सच्चे, ईशान श्रीवास्तव, लखनऊ, ने कीबोर्ड पर गुलाबी आँखें, ज्योती खरे, लखनऊ ने आओ हुज़ूर तुमको सितारों में ले चलें, केशव वर्मा, लखनऊ ने फूलों का तारों का सबका कहना है सुमधुर अंदाज़ व आवाज़ में सुनाया।

इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए अमन जावेद फारूकी, बाराबंकी ने मेरे ढोलना सुन,
विनीता सक्सेना, दिल्ली ने तुम्हें देखती हूँ तो लगता है ऐसे, डी. के. श्रीवास्तव, लखनऊ ने अपने होठों पर सजाना चाहता हूँ (ग़ज़ल), अनुष्का पांडेय, लखनऊ ने रैना बीती जाए, आनंद किशोर, बलरामपुर ने ये रेशमी ज़ुल्फ़ें ये शरबती आँखें सुनाते हुए सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया।

इसके बाद नन्दिनी खरे, लखनऊ ने खैरियत पूछो, ऐमन जावेद, बाराबंकी ने ऐ मेरे दिले नादान, यामिनी शर्मा, लखनऊ ने छुप गए सारे नज़ारे, आशु कांति सिन्हा, लखनऊ ने बाँसुरी पर इक प्यार का नग़मा है और आकर्ष सिंह सूर्यवंशी, लखनऊ ने लब पर आए सुनाते हुए कार्यक्रम का समापन कराया।

इस कार्यक्रम का कॉन्सेप्ट एवं इसका बेहतरीन संचालन बलरामपुर से आलोक अग्रवाल ने बहुत खूबसूरत अंदाज़ में करते हुए सभी को लगातार बांधे रखा और महफ़िल को कभी भी रोचकता से परे नहीं जाने दिया। कार्यक्रम का आनंद सी.टी.सी.एस. के फाउंडर मनोज कुमार, को-फाउंडर रीतू यादव, अंजली फ़िल्म प्रोडक्शन से बृजेन्द्र बहादुर मौर्या, सहित सी.टी.सी.एस. से अर्चना पाल, निधि श्रीवास्तव, संदीप उपाध्याय व संजय जैन सहित तमाम परिजनों ने लगातार दो घंटों से भी ज्यादा समय तक उठाया। कार्यक्रम में कुल मिलाकर 18 कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियाँ पेश की। डी. के. श्रीवास्तव को सभी ने पुनः जन्मदिवस की शुभकामनाएं दीं।

इस बार के कार्यक्रम में यूथ हॉस्टल्स के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मनोज जौहरी भोपाल से पूरे समय जुड़े रहे व इस तरह के कार्यक्रम को भविष्य में भी लगातार आयोजित करते रहने के लिए कहा। यूथ हॉस्टल्स के अन्य राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न पदाधिकारी व सदस्य भी बड़ी संख्या में जुड़े और कार्यक्रम का आनन्द उठाया। वाराणसी से रोटरी क्लब वाराणसी ईस्ट के राजेश गुप्ता भी पूरे कार्यक्रम में जुड़े रहे, साथ ही उन्होंने कहा कि वह पहली बार ऐसे किसी कार्यक्रम में जुड़े हैं, जिसमें तीन पीढ़ियों का सुमधुर संगम है। इस बार कार्यक्रम को ज़ूम के साथ ही फेसबुक के विभिन्न पेज पर भी लाईव प्रसारित किया गया।
आनंद मिश्र
बलरामपुर

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