पालिका कर्मचारियों ने रातोरात जला दिए रिकार्ड, चर्चाओं का बाजार गर्म
जालौन। नगर पालिका द्वारा गुपचुप तरीके से जलाए गए पुराने रिकॉर्ड। किसी तरह से अन्य लोगों को इसकी भनक पड़ी। तो इस संबंध में नगर पालिका द्वारा आनन-फानन में सबूत मिटाये जाने के किए गये प्रयास। उक्त संबंध में नगर पालिका अध्यक्ष से पूछताछ की गई तो उन्होंने कहा कि पुराने रिकॉर्ड जलाए जाने की ले ली गई थी परमिशन। नगरपालिका के पुराने रिकॉर्ड जलाए जाने की चर्चा नगर में जोरों से है। इतना ही नहीं नगर पालिका ने अपने पुराने दस्तावेज एकांत और रात के अंधेरे में जलाये जाना एक चर्चा बनी हुई है। इतना ही नहीं अपने सबूत छिपाने के लिए नगर पालिका कर्मचारी ने तमाम प्रयास किये लेकिन फिर भी कहीं से उक्त सबूत पत्रकारों के कैमरे में कैद हो गये। जब बाबत पत्रकारों ने नगरपालिका गिरीश गुप्ता से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि 20 वर्ष पुराने रिकॉर्ड जलाये जाने की परमिशन लेकर जलाए गये लेकिन बात भी सत्य पाई गई जलाए गए रिकॉर्ड 2002 और 2003 के हैं जिन्हें जलाए गये हैं आखिर ऐसी क्या वजह थी जो पुराने रिकॉर्ड गुपचुप तरीके से जलाए गये अगर परमिशन लेकर चलाए जा रहे हैं तो गुपचुप तरीके से क्यों तथा सबूत मिटाने का प्रयास क्यों किया जा रहा है।
जालौन से अनिल कुमार की रिपोर्ट।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know