आओं हम सभी साथ मिलकर अपने पर्यावरण की रक्षा के लिए पौधारोपण करें : राजेश खुराना
आगरा। हम अपने पूर्वजों द्वारा लगाए पेड़ों का लाभ ले रहे हैं और यदि आज की पीढ़ी ने पौधे नहीं रोपे तो हमारी आने वाली पीढ़ी हमें माफ नहीं करेगी। पीपल का वृक्ष 24 घंटे ऑक्सीजन देता है। हमारी मौजूदा पीढ़ी का यह दायित्व है कि वह भावी पीढ़ी के लिए एक समृद्ध एवं सुदृढ़ प्राकृतिक संपदा को सुरक्षित रखने का प्रयास करे। 
इस महत्वपूर्ण विचार के साथ अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए आगरा स्मार्ट सिटी भारत सरकार के सलाहकार सदस्य एवम आत्मनिर्भर एक प्रयास के चेयरमैन राजेश खुराना कहा कि अगर सांस लेने के लिए शुद्ध ऑक्सीजन चाहिए तो इतना तो करना ही होगा। यदि आज की पीढ़ी ने पौधे नहीं रोपे तो हमारी आने वाली पीढ़ी हमें माफ नहीं करेगी। आओ हम सब मिलकर संकल्प ले,अपने पर्यावरण की रक्षा के लिए हम सब मिलकर अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें।
याद रहे यही पौधे आज हर मर्ज के रामबाण हैं। महामारी कोविड-19 का संक्रमण इंसान द्वारा प्रकृति से की गई छेड़छाड़ का ही नतीजा है। पूरे विश्व में कोरोना संक्रमण से मानव जीवन पूरी तरह प्रभावित रहा है, ऑक्सीजन की कमी के लिए हमने वृक्ष के महत्व को जाना। हॉस्पिटल में ऑक्सीजन के लिए जाते थे तभी सभी को पता चला कि ऑक्सीजन कहां से आता है। इसलिये प्राकृतिक संसाधनों का हमें उतना ही उपयोग करना चाहिए जितना आवश्यक हो, ज्यादा दोहन या प्रकृति के साथ ज्यादा छेड़छाड़ विनाश का कारण बनती है। हमारी मौजूदा पीढ़ी का यह दायित्व है कि वह भावी पीढ़ी के लिए एक समृद्ध एवं सुदृढ़ प्राकृतिक संपदा को सुरक्षित रखने का प्रयास करे। हम अपने पूर्वजों द्वारा लगाए पेड़ों का लाभ ले रहे हैं और यदि आज की पीढ़ी ने पौधे नहीं रोपे तो हमारी आने वाली पीढ़ी हमें माफ नहीं करेगी। पीपल का वृक्ष 24 घंटे ऑक्सीजन देता है। गांव में संक्रमित लोग पीपल के नीचे लेटने से उनको ऑक्सीजन भरपूर मिली और वह कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गए वन महोत्सव के अवसर पर मैं समस्त प्रदेशवासियों से अनुरोध करता हूँ कि प्राकृतिक संसाधनों का समुचित उपयोग, प्रकृति प्रेमी जीवन शैली, नदियों को प्रदूषण मुक्त करने में योगदान एवं अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर पर्यावरण संतुलन स्थापित करने में अपना अमूल्य योगदान दें। अगर सांस लेने के लिए शुद्ध ऑक्सीजन चाहिए तो इतना तो करना ही होगा। याद रहे यही पौधे आज हर मर्ज के रामबाण हैं। हमको अग्नि दान देने के लिए लकड़ी की आवश्यकता पड़ती है, यदि हम संकल्प करें कि जब हम मृत्यु को प्राप्त हों उसके लिए लकड़ी की आवश्यकता पड़ेगी। इसी सोच के साथ पांच पेड़ अवश्य लगाएं और उन्हें अपने बच्चों की तरह पालते हुए उनका ध्यान रखें और बड़ा करें। आओ हम सब मिलकर संकल्प ले,अपने पर्यावरण की रक्षा के लिए आओ अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें।

रिपोर्ट राजकुमार गुप्ता 

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