नैनी पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिसवाले भी बच्चों की व्यथा सुनकर दुखी हो गए। दरअसल नैनी के परिवार में माता पिता के झगड़े ने बच्चों का बचपन छीन लिया। सालों चले विवाद से आजिज आकर मां दिल्ली में रहने लगी। पिता के हिस्से में आए दोनों बच्चे समुचित परवरिश के लिए तरस रहे हैं। नशे के लती पिता ने भी साथ नहीं दिया बल्कि वह दिल्ली से बच्चों की मां के द्वारा फीस के लिए भेजे गए पैसों को भी शराब पीने में उड़ा देता है। इसका विरोध करने पर पिता और परिवार के अन्य सदस्यों ने उन्हें इतना प्रताड़ित किया कि वे थाने पहुंच गए। उनकी व्यथा सुनकर पुलिस का भी दिल पसीज गया नैनी गांव निवासी सुनील सिंह की शादी प्रियंका सिंह के साथ 15 साल पहले हुई थी। शादी के चार साल बाद ही दोनों में आपसी विवाद बढ़ गया था। सुनील नशे का लती था। वह अक्सर नशा करने के बाद घर लौटता तो पत्नी के साथ झगड़ा करता। शादी के बाद प्रियंका ने दो बेटों को जन्म दिया। रोहित और हर्षित। रोज रोज के झगड़े से परेशान होकर प्रियंका ससुराल छोड़कर दिल्ली जाकर रहने लगी। वहां वह प्राइवेट जॉब करने लगी। बेटे यहां पिता सुनील के पास ही रहे। इतना सब कुछ होने के बाद भी सुनील ने नशाखोरी नहीं छोड़ी। छोटे बेटे हर्षित की ओर से दी गई तहरीर के मुताबिक उसकी चार बुआ और दादी उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करती है। मां से पैसे मंगवाने के लिए दबाव डालती है। मां अक्सर बच्चों की मदद के लिए पैसे भेज देती है। पिछले महीने उसकी मां प्रियंका ने दिल्ली से 15 हजार रुपए हर्षित की फीस के लिए पति सुनील के बैंक खाते में भेजे थे। इस पैसे को सुनील ने नशाखोरी में उड़ा दिया। इस बात का विरोध करने पर उसने हर्षित को मारापीटा। हर्षित से फोन पर सूचना पाकर पहुंची पुलिस को देख पिता सुनील वहां से भाग गया। बाद में हर्षित ने नैनी थाने जाकर तहरीर दी। पुलिस का कहना है कि नशे में परिवार तबाह करने वाले सुनील को जेल भेजने की चेतावनी देकर सुधारने की कोशिश की जाएगी।
परिवार के अन्य सदस्यों से परेशान होकर बच्चे ने थाने जाकर की शिकायत
Ashu sharma
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