शासन और प्रशासन की सख्ती के बाद एंबुलेंस हड़ताल खत्म
गिरजा शंकर गुप्ता (ब्यूरों)
अम्बेडकरनगर। जीवन दायिनी कहलाने वाली 102 नम्बर और 108 नम्बर की एम्बुलेंस का जाम चक्का और स्टाफ के हड़ताल का हाल सुबह कुछ तो शाम को कुछ हो गया। सुबह की तस्वीर शाम तक पलट गई। सुबह 56 में से केवल सात एम्बुलेंस संचालित हो रहीं थी मगर शाम तक 50 संचालित होने लगीं। शासन और प्रशासन की सख्ती और एस्मा लगाने की चेतावनी के बाद सरकारी एम्बुलेंस सेवा के स्टाफ शाम तक काम पर लौट आए। हालांकि हड़ताल मध्यरात्रि तक ही प्रस्तावित थी।बुधवार को तीसरे दिन की भी सुबह जीवनदायिनी कहलाने वाली एंबुलेंस सेवा भी बेपटरी रही। स्टॉफ के हड़ताल पर जाने से एंबुलेंस का चक्का जाम रहा। जिला अस्पताल में एम्बुलेंस का चक्का जाम कर सूर्य प्रकाश तिवारी, श्याम जी, आलोक, राकेश पाल, सिद्धार्थ, अतुल, आनन्द, स्हेनलता मौर्य, सीमा, शिव सागर व रामचरन ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे सूर्य प्रकाश ने दावा किया कि 56 में से सात एम्बुलेंस चल रही हैं और बाकी खड़ी हैं। हालांकि 108 एम्बुलेंस सेवा के प्रोग्राम मैनेजर अमित कुमार ने सुबह मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ अन्य स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को अपडेट किया था कि 108 की कुल 26 एम्बुलेंस, 102 की कुल 26 एम्बुलेंस, एडवांस लाइफ सपोर्ट की कुल चार एम्बुलेंस कार्यरत है। सभी अपने अपने अस्पताल के लोकेशन पर हैं। किसी प्रकार की इमरजेंसी सेवा देने को तत्पर हैं। शाम करीब चार बजे मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. श्रीकांत शर्मा और नोडल डिप्टी सीएमओ डा. आशुतोष सिंह ने बताया कि पांच-छह को छोड़कर अवशेष एम्बुलेंस संचालित हो रही हैं। अब कोई दिक्कत नहीं हैं।
एंबुलेंस से आकर हुई भर्ती यह प्रश्न बताएं ये प्रसूताएं
भले ही एम्बुलेंस की हड़ताल थी मगर छह प्रसूताओं को प्रसव के लिए जिला अस्पताल आने में एम्बुलेंस की उपलब्धता हो गई। इनमें रेनू विश्वकर्मा पत्नी रविन्द्र, ललिता पत्नी रमेश, मौसम पत्नी दीपक यादव, सलमा बानो पत्नी अंजुम, रीना वर्मा पत्नी उग्रसेन और दीपशिखा पत्नी रविशंकर शामिल हैं।इन जच्चा-बच्चा को नहीं मिली एम्बुलेंस
बुधवार को तीसरे दिन भी जिला अस्पताल से प्रसव के बाद नौ जच्चा-बच्चा को घर जाने के लिए एम्बुलेंस नहीं मिली। इनमें तीन सामान्य और छह आपरेशन से प्रसव वाली प्रसूता शामिल हैं। निजी तौर पर व्यवस्था कर अपने नवजात के साथ घर जाने वालों में रीता पत्नी धीरज, प्रतिमा पत्नी अंकित, मीरा पत्नी लक्ष्मीकांत, सोनी पत्नी अरुण, मुनीता पत्नी सदानंद, शशि कला पत्नी शमी, तवसुम पत्नी अनीश, दीक्षा पत्नी गौरव, अंजू विकास शामिल हैं।
‘एम्बुलेंस स्टाफ की हड़ताल खत्म हो गई है। प्रोग्राम मैनेजर ने अपडेट किया है। अब कोई दिक्कत नहीं है। आरटीपीसीआर का सैम्पल सही समय पर एम्बुलेंस से मेडिकल कॉलेज भेजा गया। प्रसूताओं को घर ड्राप करने में आ रही समस्या भी दूर हो गई है।
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