बृहस्पतिवार को जहां औषधि विभाग की टीम ने आईएमए (वाराणसी शाखा) में छापेमारी कर यहां से बिना कागजातों के ब्लड बेचे जाने की रिपोर्ट दी थी वहीं औषधि विभाग की इस कार्यवाही को एक तरफा बताते हुए आईएमए पदाधिकारियों ने अगले आदेश तक ब्लड बैंक को बंद कर दिया है।
इस वजह से शुक्रवार को ब्लड लेने आये मरीजों के परिजनों को निराश लौटना पड़ा। आईएमए अध्यक्ष डॉक्टर मनीषा सिंह, सचिव डॉक्टर आरएन सिंह का कहना है कि आनंद नाम के जिस कर्मचारी का नाम इस मामले में आ रहा है, उसे पहले ही 16 जुलाई को शक के आधार पर बर्खास्त किया जा चुका है।
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