नदेसर के घौसाबाद में 13 जुलाई की रात काशी विद्यापीठ के छात्रनेता राहुल राज पर जानलेवा हमले में कैंट पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। कैंट थाने में एसीपी अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि बस संचालन के विवाद में वारदात की गई। आरोपितों ने बताया कि राहुल राज उनके काम में बाधा डालता था। फर्जी मुकदमे दर्ज कराये थे। इससे आजिज आकर इसे रास्ते से हटाने की साजिश रचीगिरफ्तार आरोपितों में मलदहिया के पानी टंकी निवासी आजाद सोनकर, ढेलवरिया का शनि कन्नौजिया, लच्छीपुरा का विमलेश कुमार उर्फ सोनू हैं। अन्य दो आरोपित ढेलवरिया का मयंक गुप्ता और परेड कोठी निवासी संदीप सोनकर हैं। पुलिस की पूछताछ में आजाद ने बताया कि वह नम्बर टेकरी का काम रोडवेज से चौकाघाट करता था। उसने एक आफिस श्रीराम कम्पलेक्स रोडवेज के पास लिया था। इसपर राहुल राज ने कब्जा कर लिया और उल्टे उस पर सिगरा थाने में रंगदारी व धमकी का मुकदमा दर्ज करा दिया। आजाद बस संचालकों से 20 फीसदी कमीशन लेकर सवारियां उपलब्ध कराता था। इसमें भी राहुल राज अड़ंगा लगाने लगा। 15 दिन पहले लकड़ी मंडी के पास मंयक की मदद से दूसरा कार्यालय खोला। वहां भी राहुल के लड़के परेशान करते थे। आजिज आकर उसकी हत्या की साजिश रची। इसके लिए मंयक ने विमलेश कुमार उर्फ सोनू को फोन कर चौकाघाट बुलाया। सभी ने मिलकर हत्या की साजिश रची। सोनू को भी उकसाया गया कि राहुल ने उस पर भी फर्जी केस दर्ज कराये हैं। जैसे ही राहुल राज चैंबर से निकले इसकी जानकारी सोनू देगा। घटना के दिन मंयक ने सोनू को रात 10.55 बजे से 11.04 बजे तक चार बार फोन किया फोन किया। फिर सोनू ने राहुल राज के निकलते ही जानकारी दी। ऑटो से पीछा कर मंदिर के पास गोली मार दी गई। गोली संदीप सोनकर ने मारी। गिरफ्तार आरोपित चौकाघाट से छत्तीसगढ़ भागने के फिराक में थे, तभी पकड़ लिये गये।


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