उत्तर प्रदेश/

जापान में चल रहे ओलंपिक खेलों में भारत की बेटी द्वारा एक सिल्वर जीता गया भारत की बेटी को सलाम लेकिन देश के खिलाड़ियों द्वारा मेडल के सूखे के लिए कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं ।जब खेलों की नर्सरी स्कूल कालेजो में खेल के शिक्षक ही नही होगे तो आप मेडल की उम्मीद करना छोड़ ही दो।
एक मेडल के जीतने पर पूरा देश ऐसे खुश है मानो ओलंपिक में देश को प्रथम स्थान मिल गया हो।आज एक करोड़ से कम की आबादी वाले देश मेडल तालिका में अच्छा स्थान बना रहे हैं कारण उनके यहां नर्सरी अच्छी है।
उत्तर प्रदेश सरकार भले बेरोजगारों को नौकरी देने का प्रचार करने में जुटी हो लेकिन तमाम बेरोजगारों से लगातार कोर्ट में नौकरी न देने के लिए लड़ रही है।उत्तर प्रदेश के डेढ़लाख से ज्यादाबीपीएड प्रशिक्षण प्राप्त  खेल एवं योग शिक्षको की32022 भर्ती के नाम से एक मामला विगत साढ़े चार सालों से लगातार कोर्ट में लंबित है पहले बेरोजगार हाई कोर्ट के सिंगल, डबल बेंच से जीते तो सरकार के जिद के आगे सुप्रीम कोर्ट भी जाना पड़ा है।
अब सरकार की कितनी मंशा साफ है नौकरियों को देने को लेकर इससे यह स्पष्ट है कि 32022 बीपीएड की इस भर्ती के खिलाफ सरकार सुप्रीम कोर्ट के सिंगल बेंच में भी हार गई तो डबल बेंच में चली गयी।हालांकि बेरोजगार काफी हताश हैं लेकिन उनकी लड़ाई अभी भी जारी है।       इसी क्रम में  32022 बीपीएड खेल अनुदेशक की रुकी हुई भर्ती की बहाली के लिए प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र पांडे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी  आदित्यनाथ से गोरखनाथ मंदिर में मिलकर रुकी हुई भर्ती की बहाली के लिए ज्ञापन दिया ।

गुरु पूर्णिमा के पर्व पर गोरखनाथ मंदिर पर आयोजित गुरु पर्व कार्यक्रम में उपस्थित लोगों के बीच बीपीएड बेरोजगारों की व्यथा लेकर पंहुचे  उत्तर प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र पांडे ने अपनी साढ़े चार साल की व्यथा बताते हुए सीएम योगी से कहा अधिकारियों की मनमानी से बेरोजगार विगत साढ़े साल से कोर्ट केस लड़ रहे हैं। 
रुकी हुई 32022 बीपीएड खेल एवं योग अनुदेशक की भर्ती जो जूनियर हाई स्कूलों में होने जा रही थी परंतु समीक्षा के नाम पर बेरोजगारों को परेशान किया गया।  भर्ती को रोके जाने का कोई ठोस आधार नही है इसलिए इसे बहाल किया जाय।रुकी भर्ती खिलाफ बेरोजगारों के अगुवा देवेंद्र पांडेय ने सीएम को मांगपत्र सौंपा ।बताते चलें सपा सरकार में ही अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में 32022 खेल अनुदेशकों की भर्ती जूनियर हाई स्कूलों के लिए खोली थी इसमे डेढ़लाख से अधिक प्रशिक्षिति बेरोजगारों ने नियुक्ति के लिए फार्म डाला था।लेकिन तत्काल हुए चुनाव में सपा सरकार हार गई इसके पश्चात तत्कालीन योगी सरकार ने गठन के बाद पहले से चल रही सभी भर्तियों पर यह कहते हुए रोक लगा दिया की इन भर्तियों की समीक्षा होगी।  इसके बाद भर्ती शुरू की जाएगी ।परंतु काफी समय बीतने के बाद किसी भी तरह का कोई समीक्षा नहीं हो सका।
  समीक्षा के नाम पर काफी समय बीतने पर बेरोजगार कोर्ट चले गए  वहां बेरोजगारों के पक्ष में निर्णय आया ।लेकिन अधिकारियों ने डबल बेंच में अपील करते हुए मामले को और खींच दिया। डबल बेंच में भी बेरोजगारों के ही पक्ष में निर्णय आया। लेकिन जिम्मेदार फिर नही माने बेरोजगारों को सुप्रीम कोर्ट ले गए वहां भी सिंगल बेंच में बेरोजगारों के पक्ष में निर्णय आया तो फिर डबल बेंच में मामला कोरोना के कारण लंबित है।ऐसे में बेरोजगार लगातार परेशान हो रहे हैं।

बताते चलें इस
 32022 अनुदेशक भर्ती में  डेढ़ लाख से ऊपर अभ्यर्थी चंदे लगाकर कोर्ट में लड़ रहे हैं।
बड़ा सवाल तो ये है कि अब आखिर बेरोजगार कब तक सरकार से यूँ ही कोर्ट कोर्ट लड़ते रहे। 
बेरोजगार  समय-समय पर भर्ती के लिए आंदोलन धरना और मांग का आयोजन करते रहे हैं लेकिन इनकी सुनी नही गयी।
इसी क्रम में विगत गुरु पूर्णिमा के अवसर पर उत्तर प्रदेश बीपीएड संघ के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र पांडे ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गोरखनाथ मंदिर में मिलकर अपनी समस्या बताई।और बीपीएड की 32022 अनुदेशक की अपनी रुकी हुई भर्ती को शुरू कराने को लेकर अपील की और  एक मांग पत्र भी सौंपा।मुख्यमंत्री ने देवेंद्र पांडेय को आस्वासन देते हुए कहा मैं देखता हूँ। जो भी होगा सही किया जाएगा।
इससे बेरोजगारों में हर्ष का माहौल व्याप्त है।अब चुनावी दौर में डेढ़ लाख से अधिक बेरोजगारों के लिय किसी भी कीमत पर डट जाना किसी भी पार्टी के लिए बड़ी बात नही है परंतु बेरोजगार भी काफी फूंक फूंक कर कदम रख रहे हैं।



उमेश चंद्र तिवारी
9129813351
हिंदी संवाद न्यूज़
उत्तर प्रदेश

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