*राम मंदिर निर्माण पर बैठक: चंपत राय बोले-*

*2023 में रामलला के दर्शन कर सकेंगे श्रद्घालु*


*2025 तक बन जाएगा पूरा परिसर*

*अयोध्या*-राम मंदिर निर्माण को लेकर पिछले दो दिनों से  हो रही बैठक के बाद गुरुवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी पूरी कोशिश है कि 2023 में श्रद्घालु रामलला के दर्शन कर सकें। वहीं, मंदिर के पूरे 70 एकड़ का निर्माण कार्य 2025 तक पूरा हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि दो दिनों की बैठक में निर्माण के कई पहलुओं पर चर्चा हुई। मंदिर ईकोफ्रेंडली होगा। पेड़ों का संरक्षण किया जाएगा जिससे कि अंदर का तापमान प्राकृतिक रूप से ठीकठाक बना रहे।
चंपत राय ने कहा कि राम मंदिर न सिर्फ भव्यता की मिसाल होगा बल्कि तकनीकी दृष्टि से भी देश-दुनिया के चुनिंदा मंदिरों में शामिल होगा।

उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण के लिए हुए उत्खनन क्षेत्र को 44 परतों में इंजीनियरिंग फिल से भरा जाना है। जब 44 परत की नींव बन जाएगी तब उसके ऊपर सात फुट मोटा राफ्ट बनाया जाएगा। 16 फुट ऊंची रामंमदिर की प्लींथ को वाटर प्रूफ बनाने के लिए ग्रेनाईट के पत्थरों की तीन लेयर डाली जाएगी।

चंपत राय ने बताया कि फिलिंग का कार्य 15 सितंबर 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। एलएंडटी ने इस काम के लिए तीन बैचिंग प्लांट, 15 डंपर व चार वायब्रो रोलर तैनात किए हैं। इंजीनियरिंग फिल में विशेष रोढ़ी और रेत का उपयोग किया जा रहा है जो कि महोबा एवं छतरपुर से उपलब्ध कराया गया है।

बारिश की नमी का असर सैंड स्टेन पर कम से कम पड़े इसके लिए ग्रेनाईट लगाया जा रहा है। यह पानी को सोखने में सहायक है। उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण में तीन लाख 60 हजार घनफुट पत्थर लग सकता है।------+++डॉक्टर ए०के०श्रीवास्तव, अयोध्या ब्यूरो चीफ++

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने