मथुरा,राजकुमार गुप्ता || सरकारी अस्पताल में पिछले 20 सालों से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर फार्मासिस्ट की नौकरी करने वाले एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह फरह क्षेत्र के बेरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात था। फर्जी फार्मासिस्ट के विरुद्ध एक माह पहले विभाग द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया था।
फरह के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेरी पर तैनात सत्येंद्र पाल सिंह पुत्र रामभरोसे लाल जिला संभल करकोरा गांव का रहने वाला है। वर्ष 2000 में बेरी अस्पताल में फार्मासिस्ट के रूप में तैनाती हुई थी। उस दौरान सत्येंद्र पाल सिंह द्वारा जमा किए गए कागजात में पाया गया कि उसने जो रजिस्ट्रेशन नंबर प्रस्तुत किया है वह फर्जी था। इस नंबर का रजिस्ट्रेशन नैनीताल निवासी चंद्र लाल चुनेरा के नाम है जिसकी मृत्यु हो चुकी है। वास्तव में फार्मेसिस्ट बना सत्यपाल सिंह मात्र हाई स्कूल पास है।
इस मामले की शिकायत नेत्रपाल सिंह ने उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य महानिदेशक को कुछ माह पूर्व की थी जहां से जांच अपर स्वास्थ्य निदेशक आगरा मंडल अविनाश कुमार सिंह को दी गई। लंबी जांच प्रक्रिया के पश्चात अब पाया गया कि नौकरी के दौरान लगाए गए सभी कागजात फर्जी थे जिसके चलते स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ रामवीर सिंह की तहरीर पर पुलिस ने थाना में मुकदमा दर्ज किया। तभी से फर्जी फार्मासिस्ट फरार चल रहा था। इस मामले में पुलिस ने आरोपी सत्येंद्र पाल को गिरफ्तार कर लिया है।


रिपोर्ट 
राजकुमार गुप्ता

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