कोविड-19 अपनी सेवा देने वाले स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मियों का शोषण चरम पर
◼️संविदा कर्मियों से मांगा जा रहा है ₹25000
गिरजा शंकर गुप्ता (ब्यूरों)
अंबेडकरनगर । महामाया एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज टांडा सद्दर पुर में संविदा कर्मचारियों का शोषण चरम पर है।लगभग विगत 10 वर्षों से इनकी नियुक्ति आउटसोर्सिंग के जरिए विभिन्न पदों पर की गई थी जिनका जिम्मा लॉयलटेक सर्विसेज कंपनी को दिया गया था,जिसका अनुबंध अब समाप्त हो गया है,और *सन फैसिलिटीज सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी* को जिम्मा सौंपा गया है।इस कंपनी के द्वारा पुनः समायोजन के लिए प्रति कर्मचारियों से 25000 की मांग पंजीकरण के नाम पर की जा रही है।
ये वही सब कर्मचारी है जो गत 2 वर्षों से जब पूरा भारत कोविड की तबाही से त्राहिमाम कर रहा था उस समय ये कर्मचारी अपना जान जोखिम में डाल कर दिन रात जनता की सेवा किए।अब इनकी सुधि लेने वाला कोई भी राजनैतिक पार्टी,अधिकारी आदि नहीं।अब लगभग सैकड़ों लोगों के रोजी रोटी पर संकट खड़ा है।
अल्प मानदेय में भी कर्मचारी पूरी तन्मयता से कार्य करते है।
आज मेडिकल कॉलेज के मुख्य द्वार पर कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर रोष व्यक्त किया।सरकार सेअपनी रोजी रोटी बचाने की गुहार लगाई।
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