प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में जापान और भारत की दोस्ती के प्रतीक रुद्राक्ष  अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर का संचालन स्मार्ट सिटी की देखरेख में होगा। सीपीडब्ल्यूडी और स्मार्ट सिटी के अधिकारियों के बीच हस्तांतरण पत्र पर हस्ताक्षर हो गए हैं। सभागार में स्मार्ट सिटी के अध्यक्ष मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल और सीईओ गौरांग राठी की मौजूदगी में हस्तांतरण प्रक्रिया हुई। 


 स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक डी. वासुदेवन, सीपीडब्ल्यूडी के प्रोजेक्ट निदेशक विनय तिवारी, अधिशासी अभियंता जितेंद्र सिंह की मौजूदगी में स्मार्ट सिटी और सीपीडब्ल्यूडी के बीच हस्तांतरण पत्र पर हस्ताक्षर किया गया। सेंटर की ड्रॉइंग्स, फ्लोर प्लान, उपस्थित उपकरणों की सूची, अनुमोदन, परिसर की चाभियों की सूची आदि का विवरण वाराणसी स्मार्ट सिटी को सौंपा गया। इस दौरान स्मार्ट सिटी से पुनीत पांडेय, सुमन रॉय, सीपीडब्लूडी से मुख्य अभियंता एके गुप्ता, फुजिता कॉर्पोरेशन से मणिकंदन, अरुण मिश्रा आदि मौजूद रहे।  सेंटर में एक साथ 1200 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। हॉल को लोगों की संख्या के अनुरूप 2 हिस्सों में विभाजित करने की व्यवस्था की गई है। कन्वेंशन सेंटर पूर्णत: वातुनुकुलित है। बड़े हॉल के अलावा 150 लोगों की क्षमता वाला एक मीटिंग हॉल है। इसके अतिरिक्त यहां एक वीआईपी कक्ष, चार ग्रीन रूम का निर्माण कराया गया है। दिव्यांग जनों की सुविधा की दृष्टि से पूरे परिसर को सुविधाजनक बनाया गया है। भारत-जापान की वर्षों से चली आ रही मैत्री के प्रतीक रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर की नींव 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने रखी थी। सेंटर को सांस्कृतिक व आधुनिक समागम के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित किया गया है। 186 करोड़ की लागत से तैयार सेंटर शिवलिंग के आकार में निर्मित है। खुद में एक अद्वितीय कन्वेंशन सेंटर है। जिसमें जापानी और भारतीय दोनों ही प्रकार की वास्तुशैलियों का संगम दिखता है।

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