उतरौला (बलरामपुर)लाक डाउन हटते ही सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं जिससे इस कमर तोड़ मंहगाई से थाली का स्वाद बिगड़ गया है।आलम यह हो गया है कि गरीब मजदूर बेरोजगार व मध्यम वर्ग के लोगों के लिए सब्जी की व्यवस्था करने में पसीने छूट रहे हैं।
खुले बाजार में आलू को सदाबहार सब्जी के नाम से जाना जाता है बाकी अन्य पत्तेदार सब्जियां किचन की व्यवस्था बिगाड़ दी है।इस मंहगाई पर आज तक किसी जिम्मेदार ने अंकुश लगाना मुनासिब नहीं समझा। जिससे खुले बाजार में मंहगाई सुरसा की तरह मुंह फैलाए गरीबों की खून पसीने की कमाई को निगलती जा रही है। जिसका लाभ कोरोना काल में सामानों की आवाजाही न होने का ककहरा पढ़ कर विभिन्न तरह के व्यवसाय करने वाले व्यापारी उठा रहे हैं। जिससे आज मंहगाई आसमान छू रही है जैसा कि खुले बाजार में कम उत्पादन दिखाकर पत्तेदार सब्जियों में भिंडी 30रुपये करेला 40, नेनुआ 40,उरई 60,बोड़ा 40,गोभी 80, रुपए किलो बिक रहे हैं। एकाएक सब्जियों के मूल्य में आई उछाल ने गरीबों की थाली का ज़ायका बिगाड़ दिया है।
उतरौला से असगर अली की रिपोर्ट।
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