जसरा निवासी 40 साल के मुकेश सोनकर के पिता राजू सोनकर का भी देहांत हो चुका था। अब वह परिवार के लिए सहारा था। उसके छोटे भाई सुदेश सोनकर उर्फ ननका का विवाह तय हो गया था। 15 जून को बरात जानी थी। कई रोज पहले घर में तैयारी शुरू हो चुकी थी। खुद मुकेश बड़ा भाई होने के नाते शादी की तैयारियों में लगा था। विवाह के लिए जरूरी वस्तुएं खरीद ली गई थीं। घर में रिश्तेदार जुटने लगे थे। तैयारी के साथ ही मुकेश रिश्तेदारों को निमंत्रण पत्र भी बांटने में लगा था। बुधवार को दोपहर में करीब दो बजे वह घर से कौशांबी में भरवारी में कार्ड बांटने के लिए रवाना हुआ था। बाइक पर वह खटंगिया गली से निकलकर बाजार के मुख्य मार्ग पर पहुंचा तभी गिट्टी और कंकड़ की वजह से उसकी बाइक फिसल गई। उसी वक्त पीछे से आए बालू लदे ट्रक ने सड़क पर गिरे मुकेश को रौंद दिया। उसका सिर ट्रक के पहिए के नीचे आ गया। हेलमेट भी नहीं पहने होने की वजह से मुकेश का सिर कुचल गया। वहीं उसकी मौत हो गई। यह देख वहां भीड़ जुट गई। ट्रक को घेरकर रोक लिया गया। यह ट्रक बालू लादकर बारा से शहर की ओर जा रहा था। यह दुखद खबर मुकेश के घर पहुंची तो सब स्तब्ध रह गए। पहले तो लोगों को यकीन ही नहीं हुआ। फिर एकबारगी खुशियों भरे माहौल की जगह महिलाओं का विलाप गूंजने लगा।
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