आगरा || युवा अधिवक्ता संघ आगरा मंडल के अध्यक्ष नितिन वर्मा के नेतृत्व में युवा अधिवक्ता संघ के साथियों द्वारा पारस हॉस्पिटल के मालिक डॉ अरिंजय जैन एवं उनके मेडिकल स्टाफ के विरुद्ध वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय को मुकदमा पंजीकृत कराने हेतु एक प्रार्थना पत्र दिया गया। जिसमें कहा गया है कि डॉक्टर संजय जैन ने जानबूझकर अपने हॉस्पिटल के मरीजों की जान को खतरे में डाला मरीजों के परिजनों के साथ धोखाधड़ी की और जो मॉकटेल उन्होंने किया जानबूझकर किया गया कृत्य था। जिससे 5 मिनट के अंदर 22 जाने चली गई। डॉ अरिंजय जैन का यह कृत्य मानव अधिकारों का घोर उल्लंघन है। साथ ही मानवता पर भी बहुत बड़ा कलंक है। युवा अधिवक्ता संघ के द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मांग की गई की डॉ अरिंजय के विरुद्ध 304 आईपीसी सदोष मानव वध का मुकदमा पंजीकृत कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए। साथ ही महामारी एक्ट में भी मुकदमा पंजीकृत किया जाए। जो परिजन पीड़ित हैं जिनके परिजनों की हत्या डॉक्टर ने की है। उन्हें डॉक्टर की संपत्ति को बेच कर सरकार मुआवजा प्रदान करें।  सभी दोषियों पर जल्द से जल्द कार्यवाही हो। इस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के ऑफिस से यह ज्ञात हुआ कि जिलाधिकारी महोदय द्वारा संपूर्ण घटनाक्रम की मजिस्ट्रेट इंक्वायरी बिठा दी गई है। अस्पताल को सील किया जा रहा है और वीडियो की जांच कराने के बाद उचित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया जाएगा। युवा अधिवक्ता संघ के मंडल अध्यक्ष नितिन वर्मा ने कहा कि यदि तीन दिवस के अंदर वीडियो की जांच करा कर पुलिस समुचित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत नहीं करती है,तो माननीय न्यायालय से 156 3 में मुकदमा पंजीकृत कराया जाएगा। साथ ही साथ उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री को लिखित में एफआईआर पंजीकृत कराने के लिए एक पत्र भेजा जाएगा। ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से मंडल अध्यक्ष नितिन वर्मा, संरक्षक सुनील शर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता योगेश लवानिया, अरुण तेरिया, संजय पचौरी, अरविंद गौतम, कृपाल सिंह, सुशील शर्मा आदि अधिवक्ता उपस्थित रहे।

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