मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शुक्रवार को यहां कड़ा तेवर दिखा। समीक्षा बैठक में न पहुंचने पर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. सरोज कुमार को निलंबित करने का आदेश दिया। वहीं, जल निगम के मुख्य अभियंता को अंतिम चेतावनी देते हुए कहा कि नियत समय पर काम पूरे नहीं हुए तो अगली बैठक में अपना निलंबन तय समझें। एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री देर शाम सर्किट हाउस में कोरोना की तीसरी लहर से निबटने की तैयारियों, विकास कार्यों और कानून-व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे।उन्होंने अफसरों से कहा कि कोरोना का विकास व अर्थव्यवस्था, दोनों पर असर पड़ा है। अब अर्थव्यवस्था को सुधारने का समय है। इसके लिए विकास कार्यों में तेजी लायी जाय। अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी कार्यों का भौतिक सत्यापन करें और जवाबदेही भी तय हो। उन्होंने कहा कि काशी में कार्य करना सौभाग्य की बात है। प्रशासन को निर्देश दिया कि जनप्रतिनिधियों से हर सप्ताह संवाद बनाएं। नगर निगम प्रोजेक्ट बनाते समय जनप्रतिनिधियों का सहयोग ले
कोरोना की तीसरी लहर की तैयारियों की समीक्षा करते हुए सीएम ने कहा कि दूसरी लहर में प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, स्वयंसेवी संगठनों, जनप्रतिनिधियों ने मिलकर अच्छा काम किया है। चेताया भी कि कोरोना कमजोर हुआ है, समाप्त नहीं हुआ है। बरसात में काला जार, मलेरिया डेंगू से सतर्क रहना है। तीसरी लहर के मद्देनजर सतर्कता से काम करना पड़ेगा। सीएम ने कहा कि ‘हर घर नल योजना से सभी आंगनबाड़ी व प्राइमरी स्कूल को कवर करें। ग्रामीण सामुदायिक शौचालय के केयरटेकर को समय से 6000 मासिक मानदेय भुगतान करें। बैठक में जनप्रतिनिधियों ने भी सुझाव रखे।
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