बाराबंकी। रामालय ट्रस्ट के ट्रस्टी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती द्वारा राम मन्दिर के घोटाले में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल मिश्र को हटाये जाने की मांग ने साबित कर दिया हैं कि राम मन्दिर ट्रस्ट से सम्बन्धित जमीन सौदे में करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया हैं।
राम मन्दिर देश के करोड़ों लोगों की आस्था का प्रतीक हैं। राम के भव्य मन्दिर के निर्माण को किसी भी प्रकार की आर्थिक और कानूनी अनियमितताओं की शंकाओं से दूर रखने के लिये आवश्यक हैं कि जमीन के सौदे में लगे भ्रष्टाचार की जांच सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में न्यायाधीश द्वारा करायी जाये।उक्त मांग उत्तर प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के मध्य जोन के अध्यक्ष तनुज पुनिया, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मो. मोहसिन ने राष्ट्रपति को डीएम के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित करने के पूर्व स्थानीय कचहरी में डीएम कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन के दौरान कही।
जिलाधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मो. मोहसिन ने कहा कि भारतीय नागरिकों के आस्था के प्रतीक श्रीराम के भव्य मंदिर के लिये विभिन्न सामाजिक वर्ग द्वारा दिये गये चंदे से जमीन खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप लगाये जा रहे हैं।
इसलिये मौजूदा परिस्थिति में सरकार द्वारा आरोपियों को क्लीन चिट दी जा रही हो तो सम्पूर्ण प्रकरण की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में किया जाना आवश्यक हैं। इस मौके पर कांग्रेस नगर अध्यक्ष राजेन्द्र वर्मा फोटोवाला, कांग्रेस प्रवक्ता सरजू शर्मा, इरफान कुरैशी, गौरी यादव, केसी श्रीवास्तव, आदर्श पटेल, शबनम वारिस, सत्यप्रकाश वर्मा, विशाल वर्मा, वीरेंद्र प्रताप यादव, रमन लाल द्विवेदी, देवेंद्र प्रताप यादव, सिकंदर अब्बास रिजवी आदि मौजूद रहे।

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