बुजुर्ग व्यक्ति की पिटाई के बाद मौत पर बखेड़ा हो गया। आरोप है कि बेटी के साथ खींचतान का विरोध करने पर उसे कई युवकों ने पीटा था जिसकी वजह से रविवार सुबह उसने दम तोड़ दिया। परिवार के लोगों के चीख-पुकार करने पर दो समुदायों के बीच का मामला होने से माहौल बिगड़ा तो पुलिस अधिकारी वहां पहुंच गए। उन्होंने परिवार के लोगों को शांत कराया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस का कहना है कि जांच की जा रही है कि झगड़े और मौत के पीछे असल हकीकत क्या है। तनाव के हालात को देखते हुए गांव में पुलिस बल के साथ अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हैं। इंस्पेक्टर मेजा अरुण चतुर्वेदी का बयान है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत की वजह साफ हो सकेगी रविवार सुबह उसकी बहन आम के बाग की तरफ गई थी जहां पड़ोस में रहने वाले तीन लोगों ने उसके साथ अभद्र हरकत की। बहन ने घर आकर इस बारे में बताया तो पिता माजिद अली और भाई तालिब ने आरोपितों के घर जाकर शिकायत की। आरोप है कि तभी पिता और भाई पर हमला कर दिया गया। लात-घूंसे से पीटने के साथ ही गला भी दबाया। वहां से किसी तरह चलकर अपने घर के दरवाजे पर पहुंचते ही माजिद बेहोश होकर गिर गए। वहीं पर उनकी सांस थम गई। परिवार की महिलाएं शव के पास बैठकर विलाप करने लगीं। आसपास के लोग जुट गए। भीड़ जुटी तो इसकी जानकारी पुलिस को मिली। एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित और सीओ कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ वहां पहुंच गए। महिलाओं ने छेड़खानी और विरोध करने पर पीटकर मारने का आरोप लगाया तो पुलिस ने उन्हें सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजने का भरोसा देकर शव को कब्जे में लिया। पुलिस का कहना है कि शव के पोस्टमार्टम से पता चलेगा कि मौत कैसे हुई। जांच की जा रही है कि झगड़े के पीछे छेड़खानी है या फिर कोई और विवाद बना हुआ था। तहरीर में मृतक के बेटे मुमताज ने माधव निषाद, कल्लू, गोलू, संजू, पंकज, संजय आदि को आरोपित किया है। पता चला है कि पिछले हफ्ते भी इन सबके बीच कहासुनी हो गई थी, तब से तनातनी बनी थी।
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