उतरौला (बलरामपुर)
तुलसीपुर मार्ग पर तेंदुआ गांव के सामने पिछले पांच महीने से बन रहे पुल के अधूरे होने के कारण तीन दर्जन से अधिक गांवों के लोगों का संपर्क मुख्यालय से पूरी तरह कट गया है। आवागमन के लिए पुल के पश्चिम तरफ खेतों में बनाया गया बाइपास जलभराव के कारण आवागमन के लिए सुरक्षित नहीं रह गया है। मार्ग बंद होने से ग्रामीणों को दैनिक मजदूरी, स्वास्थ्य सेवाओं या पुलिस संबंधी जरूरतों को पूरी करने के लिए समस्याएं आ सकती हैं। इस मार्ग से कटरा, पिपरा, सकरा, तिलहर, बरायल, अल्लीपुर, बभनपुरवा, उपरौहुला, तेंदुआ, राजपुर माफी, खुर्दा समेत अनेक गांवों के साथ नदी के उस पार के लोग फल, सब्जी, दूध, मावा, मसाले लाकर नगर में व्यापार करते हैं। गांवों के मजदूर भी इसी मार्ग से आकर दैनिक आजीविका कमाते हैं। ग्रामीण बालकराम, हसन मुहम्मद, कृष्ण कुमार, रंजीत, मेहीलाल, सुकई बताते हैं कि बाइपास में घुटनों तक पानी भरा हुआ है। मुख्य सड़क पर पुल का काम अधूरा होने से बाइक, एंबुलेंस व बड़ी गाड़ियां तक नहीं निकल सकेंगी। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र होने के कारण आने वाले समय में ग्रामीणों की समस्या में और इजाफा हो सकता है।
एसडीएम डॉ. नागेंद्र नाथ यादव का कहना है कि ग्रामीणों की चिंता जायज है। कार्यदायी संस्था को निर्देश दिया जाएगा कि निर्माणाधीन पुल पर अस्थाई आवागमन के लिए उचित व्यवस्था कराएं।
उतरौला से असगर अली की रिपोर्ट।
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