उतरौला (बलरामपुर)
तुलसीपुर मार्ग पर तेंदुआ गांव के सामने फरवरी महीने से बन रहे पुल के अधूरे होने के साथ ही पिपरा एकडंगा गांव के पास खजुहा गांव के सामने मुख्य राजमार्ग पर स्थित पुल का निर्माण कार्य भी अधूरा है। इसके चलते तहसील क्षेत्र के तीन दर्जन से अधिक गांवों के लोगों का संपर्क मुख्यालय से पूरी तरह कट गया है। नदी के उस पार भोजपुर, गौरा, तुलसीपुर, पचपेड़वा आदि गांवों से आने वाले छोटे व्यवसायी व मजदूरों की समस्या बढ़ गई है। अस्थायी आवागमन के लिए पुल के पश्चिम तरफ खेतों में बनाया गया बाइपास जलभराव के कारण आवागमन के लिए सुरक्षित नहीं है। मार्ग बंद होने से ग्रामीणों को दैनिक मजदूरी, स्वास्थ्य सेवाओं या पुलिस संबंधी जरूरतों को पूरी करने के लिए समस्याएं आ सकती हैं। इस मार्ग से कटरा, पिपरा, तिलहर अल्लीपुर, बभनपुरवा, उपरौहुला, तेंदुआ, राजपुर माफी, खुर्दा समेत अनेक गांवों के साथ नदी के उस पार के लोग फल, सब्जी, दूध, मावा, मसाले लाकर नगर में व्यापार करते हैं। गांवों के मजदूर भी इसी मार्ग से आकर दैनिक आजीविका कमाते हैं। ग्रामीण मुहम्मद इस्लाम, केशव राम तिवारी, विश्वास पांडेय, अनिल कुमार, विनोद कुमार, रंजीत, मेहीलाल, सुकई बताते हैं कि बाइपास में घुटनों तक पानी भरा हुआ है। मुख्य सड़क पर पुल का काम अधूरा होने से बाइक, एंबुलेंस व बड़ी गाड़ियां तक नहीं निकल पा रहीं हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र होने के कारण आने वाले समय में ग्रामीणों की समस्या और बढ़ जाएगी।
एसडीएम डॉ. नागेंद्र नाथ यादव का कहना है कि समस्या उनके संज्ञान में लाई गई है। ठेकेदार को निर्देश दिया जाएगा कि निर्माणाधीन पुल के बगल अस्थाई आवागमन के लिए उचित व्यवस्था कराए।
उतरौला से असगर अली की रिपोर्ट।
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