*खेत की जोताई करते समय मिली मूर्ति, पाषाण कालीन होने का दावा*
महसी/बौंडी। भदवानी गांव में बुधवार सुबह एक किसान अपने खेत की जोताई करवा रहा था। इसी दौरान एक मूर्ति मिली। मूर्ति को देखने के लिए काफी संख्या में लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों को हटाया। उपजिलाधिकारी ने गांव पहुंचकर मूर्ति को कब्जे में ले लिया। अधिकारियों के मुताबिक मूर्ति पाषाण काल की है। पुरातत्व विभाग की टीम को जांच के लिए बुलाया गया है।
बौंडी थाना अंतर्गत नंदवल गांव निवासी बड़कन्ने पुत्र आलम गिरी का खेत भदवानी गांव में है। बुधवार सुबह बड़कन्ने खेत की जोताई करवा रहा था। इसी दौरान हल के नीचे आवाज आई। इस पर उसने खेत जोताई कार्य रुकवा दिया। मिट्टी खोदकर देखा तो उसमें काफी पुरानी मूर्ति मिली। इस पर सूचना गांव के अन्य लोगों को दी गई। काफी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए। बौंडी थानाध्यक्ष पुलिस बल के साथ खेत पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को हटाया। इसके बाद मूर्ति को कब्जे में लिया।
सूचना उपजिलाधिकारी को दी गई। उपजिलाधिकारी एसएन त्रिपाठी ने गांव में तहसीलदार की अगुवाई में टीम भेजा। तहसीलदार राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि मूर्ति पाषाणकाल की लग रही है। इसकी सूचना पुरातत्व विभाग की टीम को दी गई है। पुरातत्व विभाग की टीम के आने पर ही सही जानकारी मिल सकेगी। उपजिलाधिकारी ने बताया कि मूर्ति को कब्जे में ले लिया गया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई है। वहीं पाषाणकालीन मूर्ति खेत में निकलने की सूचना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
बहराइच से ब्यूरो रिपोर्ट राम कुमार यादव
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