प्रयागराज में भी लोगों को बहुत नुकसान पहुंचाया। परिषदीय स्कूलों के 44 से अधिक शिक्षक जन गंवा चुके हैं। खासकर इसमें अधिकांश शिक्षक वह हैं जिन्होंने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ड्यूटी की और इस दौरान वह कोरोना वायरस के संक्रमण की जद में आए। पीडि़त परिवारों की मदद का आश्वासन शासन स्तर से मिला है। कहा गया है कि सभी को 30 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके लिए आवेदन मांगे गए हैं। शासन स्तर से कुछ नियम और शर्तें भी हैं जिनका पालन करना होगा। जो लोग शासन से मांगे गए दस्तावेज उपलब्ध करा सकेंगे उन्हें ही इस सरकारी योजना का लाभ मिलेगा। प्रशिक्षित शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के जिला संयुक्त मंत्री अफरोज अहमद ने बताया कि कोरोना से प्रयागराज में 44 से अधिक शिक्षकों ने अपनी जान गंवाई है। इसमें से कई शिक्षकों की मौत की वजह को कोरोना नहीं माना जा रहा है। फिलहाल सभी शिक्षकों के परिवारों से मुआवजे के लिए आवेदन कराए जा रहे हैं। विभाग के अफसर भी अपने स्तर पर प्रयासरत हैं।

शासन ने पीडि़त परिवार के लोगों से 15 जून तक अपने दावे प्रस्तुत करने को कहा है। यह आवेदन ऑनलाइन किया जाएगा। इसके अनुसार चुनाव ड्यूटी के तीस दिन बाद तक जान गंवाने वाले लोगों को योजना में शामिल किया जाएगा। सभी आवेदकों को चुनाव ड्यूटी की आर्डर प्रति देनी होगी। कोविड-19 से संक्रमित होने संबंधी प्रपत्र भी संलग्न करना होगा। मृत्यु प्रमाणपत्र और मृतक की फोटा भी देनी होगी।

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