भारतीय सवर्ण संघ ने देश भर के देवालयों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने की मांग उठाई है। इसके साथ ही सवर्ण संघ के पदाधिकारियों ने सभी जिलों में विश्व पर्यावरण दिवस पर पौधरोपण कराने का आह्वान किया है। शुक्रवार की देर शाम काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया।


अध्यक्षता करते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी ने कहा कि सनातनी शास्त्रों में इस बात के प्रमाण है कि राज आश्रय वाले देवालयों से देवत्व समाप्त हो जाता है। शास्त्र की इस बात को आधार बना कर भारतीय सवर्ण संघ ने देश के हजारों देवालयों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने की मांग करता है। डॉ. तिवारी ने कहा कि देवालयों में चढ़ाए जाने वाले चढ़ावे पर उसके महंतों, अर्चकों और सेवादारों का ही अधिकार शास्त्रों में माना गया हैराष्ट्रीय महासचिव साधु तिवारी ने कहा कि एसएसी-एसटी एक्ट का पूरे देश में दुरुपयोग किया जा रहा है। निजी हित में इस एक्ट का दुरुपयोग करने वालों पर ठोस धाराओं के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने जातिगत आरक्षण समाप्त कर आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू करने की हिमायत भी की।       बैठक में उपस्थित सदस्यों ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण को भी कानून के दायरे में लाया जाए। साथ ही जिन लोगों को दो से अधिक संतानें हैं उन्हें मताधिकार से वंचित किया जाए। मुगलसराय के डांडी स्थित एक आश्रम की जमीन को दबंगों के कब्जे से मुक्त कराने, सवर्ण आयोग बनाने की मांग भी की गई। बैठक में अजय कुमार तिवारी, मनोज शर्मा, चंद्रभूषण तिवारी आदि ने विचार व्यक्त किए।

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