बसपा से निष्कासित पूर्व राष्ट्रीय महासचिव एवं अकबरपुर के विधायक रामअचल राजभर ने शुक्रवार को सारनाथ के एक बैंक्वेट हाल में सभा आयोजित की। यहां उनके समर्थक पूर्व पदाधिकारी व बसपा के पूर्व नेता जुटे। बसपा से निकाले जाने के बाद रामअल राजभर ने प्रमुख नेताओं के साथ सभा कर अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की।सभा रामअचल राजभर संघर्ष मोर्चा नाम से आयोजित की गई। सभा में उन्होंने कहा कि इसका परिणाम वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में दिखेगा। इस मोर्चे की आगे की बैठकें मंडल व जिले स्तर पर आयोजित कर रणनीति बनाई जाएगी। पूर्व राज्यमंत्री रमाशंकर राजभर ने कहा कि समाज को उचित भागीदारी दिलाने के लिए हम अंतिम दम तक संघर्ष करेंगे। संजय राजभर ने मोर्चा के उद्देश्यों पर विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर सूबेदार राजभर, सीताराम राजभर, शिवधनी मौर्य, केशव राजभर, मोहन राजभर, सुरेश राजभर, धर्मेन्द्र राजभर, सत्येन्द्र राजभर, अच्छेलाल राजभर, एडवोकेट महेन्द्र राजभर, श्यामनरायण राजभर, श्रवण राजभर, प्रदीप राजभर, गोपाल राजभर, रमेश राजभर, सुरेन्द्र राजभर, दलसिंगार राजभर, रेखा राजभर, जयप्रकाश पटेल, रवि जायसवाल, राजेश राजभर आदि थे। सभा में बिहार से भी लोग आए थे।
दूसरी पार्टी से जुड़ सकता है मोर्चा
रामअचल राजभर ने कहा कि वह कांशीराम के बताये मार्ग पर चलकर बहुजन समाज को 2022 के चुनाव में शासन सत्ता में हिस्सेदारी दिलाएंगे। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि इस मोर्चे को किसी पार्टी के साथ जोड़ सकते हैं। जो भी सत्ता में आने पर इस मोर्चे के लोगों की भूमिका तय कर सके।
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