कोरोना संक्रमण के बाद अब ब्लैक फंगस की जांच कराने में लोग लुट रहे हैं। ब्लैक फंगस की जांच के लिए लोगों से 15 हजार रुपए तक वसूले जा रहे हैं। एक जांच के लिए अलग-अलग डायग्नोस्टिक सेँटर में अलग-अलग शुल्क है। ऐसे में लोगों को जांच कराना काफी महंगा पड़ रहा है। दूसरी ओर बीएचयू की लैब में जांच कराने पर कुल तीन हजारर रुपये देने होते हैं।बनारस सहित पूर्वांचल में ब्लैक फंगस के मरीज बढ़ रहे हैं। ब्लैक फंगस के लक्षण दिखते ही पहले मरीजों की जांच कराई जा रही है। डायग्नोस्टिक सेंटर भीड़ हो रही है। इसका फायदा डायग्नोस्टिक सेँटर संचालक भी उठा रहे हैं। एमआरआई के साथ पीएनएस कांट्रॉस जांच के लिए अलग-अलग रेट है। भोजूबीर स्थित एक डायग्नोस्टिक सेंटर में इस जांच के लिए 15300 रुपए लिये जा रहे हैं। रथयात्रा स्थित डायग्नोस्टिक सेंटर में इसी जांच का शुल्क नौ हजार रुपए है। एक निजी अस्पताल में जांच का चार्ज 13500 रुपए लिया जा रहा है। ब्लैक फंगस का ऐसा डर है कि लोग विवशता में जांच करा रहे हैं। इस बारे मे सीएमओ का कहना है कि ऐसा नहीं होना चाहिए। किसी से भी अधिक रुपए नहीं लेने चाहिए। अगर ऐसा हो रहा है तो बहुत गलत है। इसकी जांच की जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ब्लैक फंगस की जांच कराने में लुट रहे हैं लोग
Bureau Chief-Varanasi Dr S C Srivastava
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