मेजा थाना क्षेत्र के देवहटा रामनगर निवासी विनोद कुमार पुत्र स्वर्गीय दयाशंकर सोमवार शाम  घर से रामनगर बाजार गया था। फिर वह घर लौटकर नहीं पहुंचा। परिवार के लोग रात भर परेशान रहे। उधर, मंगलवार की सुबह करछना क्षेत्र में टोंस नदी के पुल पर एक बाइक लावारिस हालत में पड़ी लोगों ने देखी। वहां खून के छींटे भी थे। किसी तरह खबर मिली तो विनोद के परिवार के लोग वहां पहुंच गए। शक जताया गया कि कत्ल के बाद  शव को नदी में फेंक दिया गया।  एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित और सीओ करछना राजेश कुमार यादव ने स्थानीय पुलिस के साथ गोताखोरों को नदी में उतारकर तलाश शुरू कराई मगर कोई नतीजा नहीं निकला। परिवार के लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस और एसओजी ने संदिग्ध लोगों की तलाश शुरू की एसओजी ने विनोद के मोबाइल नंबर की कॉल डीटेल ली तो एक नंबर पर शक गहराया। दरअसल विनोद के ममेरे भाई के मोबाइल की लोकेशन उस रात टोंस नदी पर ही थी। वह गांव आया था लेकिन फिर लापता हो गया। ममेरे भाई की लोकेशन गाजियाबाद मिलने लगी तो पुलिस टीम ने वहां जाकर उसे हिरासत में ले लिया। पूछताछ की गई तो कत्ल की कहानी सामने आ गई। उसने कुबूला कि विनोद की पत्नी से उसके करीबी रिश्ते रहे हैं। उसे रास्ते से हटाने के लिए कत्ल की साजिश रची। उस रात विनोद को साथ ले जाकर शराब पिलाई। फिर टोंस नदी पुल पर ले जाकर उसकी गर्दन ब्लेड से रेत दी। इसके बाद शव को सेमरहा के पास गंगा नदी में फेंक दिया था। पुलिस ने विनोद के परिवार के लोगों के साथ सेमरहा गंगा घाट पर खोजबीन की तो शव बरामद हो गया।

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