मथुरा || यूपी बोर्ड की परीक्षाओं के रद्द होने के बाद बोर्ड द्वारा प्रमोशनल अंक तैयार करने की कवायद तेज कर दी है। लेकिन अभी तक प्रमोट का आधार स्पष्ट नहीं हो सका है। बोर्ड ये यह जिम्मेदारी विद्यलयों पर छोड़ दी है। लेकिन माध्यमिक शिक्षा परिषद छमाई परीक्षा के आधार पर बोर्ड के नंबर अपलोड करने पर विचार करता है, तो जिले के हाईस्कूल और इंटर के हजारों प्राइवेट विद्यार्थियों के लिए दिक्कत खड़ी हो सकती है। इनके लिए बोर्ड को नए सिरे से विचार करना होगा। इसके अलावा कुछ निजी विद्यालयों को भी छमाई परीक्षा न आयोजित कराये जाने के कारण दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।


माध्यमिक शिक्षा परिषद् छमाही परीक्षाओं के आधार पर बोर्ड अंक दिए जाने पर विचार कर रहा है, तो उसको प्राइवेट छात्रों के लिए नए सिरे से विचार करने की जरूरत होगी। इसका प्रमुख कारण है कि प्राइवेट छात्रों की छमाई परीक्षा आयोजित नहीं की जाती। प्राइवेट बोर्ड परीक्षा रजिस्ट्रेशन होने के बाद विद्यार्थी सिर्फ प्रवेश पत्र प्राप्त कर परीक्षा देने के लिए सेंटर पर जाता है। ऐसे में छमाई परीक्षा के अंक के आधार बोर्ड के नंबर कैसे तैयार करेगा। जिले में हाईस्कूल के 82 और इंटर के 806 छात्र हैं, जो कि प्राइवेट हैं।

इसके अलावा जिले में करीब 399 निजी इंटर और हाईस्कूल कॉलेज संचालित हैं। इनमें से कुछ ऐसे विद्यालय हैं, जो सिर्फ कक्षा 9 से लेकर 12 तक के रजिस्ट्रेशन के दौर में ही छात्रों को स्कूल में बुलाते हैं। उसके बाद न तो इन विद्यालयों में छमाई परीक्षा ही आयोजित होती है और न ही ठीक से शिक्षा-दीक्षा। ऐसे में यह निजी विद्यालय माध्यमिक शिक्षा परिषद् द्वारा छमाई परीक्षा के अंक और नौवीं एवं 11वीं परीक्षा के अंक तैयार कर बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड़ करने में जुटे हुए हैं। हालांकि जांच से बचने के लिए अधिकतर विद्यालयों ने हाल ही में छात्रों को पेपर और कॉपी देकर घर से बहुत कुछ लिखकर लाने को कहा है।

59 हजार छात्रों के अंक तैयार करने में जुटे विद्यालय

जिले में 399 निजी विद्यालय संचालित हैं। इन विद्यालयों में सरकारी स्कूलों से भी अधिक छात्रों ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया। अब यह निजी विद्यालय 10वीं के 21 हजार 256 छात्र एवं 10 हजार 747 छात्राओं के प्री अंक अपलोड़ कर रहे हैं। इसी प्रकार 12वीं के 18 हजार 681 छात्र एवं 8 हजार 610 छात्राओं के अंक तैयार अपलोड़ करने में जुटे हुए हैं।


जिला विद्यालय निरीक्षक, मथुरा राजेन्द्र सिंह का कहना है कि अभी शासन से ऐसा कोई आदेश नहीं आया है कि प्री अंकों के आधार पर बोर्ड अंक तैयार किए जाएंगे। प्राइवेट छात्रों के बारे में भी माध्यमिक शिक्षा परिषद् विचार कर रहा है। छमाई और 9वीं तथा 11वीं की परीक्षाओं के अंक अपलोड़ करने के लिए विद्यालयों को निर्देश दिए गए हैं।

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