कोरोना के तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार से बच्चों की सैंपलिंग शुरू कर दी है। पहले दिन 832 बच्चों और किशोरों की सैंपलिंग हुई है। शहरी क्षेत्र में तो लोग अपने बच्चों का सैंपलिंग कर रहा थे, लेकिन गांव में अभिभावक डर रहे थे। हालांकि उन अभिभावकों को समझाया गया है इसके बाद लोग तैयार हुए।बच्चों की सैंपलिंग के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर ली थी। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में एक साथ 100 टीम लगी थी। इसमें शहरी क्षेत्र में स्टैटिक बूथ पर सैंपलिंग हो रही थी। इसके साथ ही हॉस्पिटल में भी आने वाले सभी बच्चों की जांच की गई। इसके साथ ही गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम रैंडम सैंपलिंग कर रही थी। पहले दिन स्वास्थ्य विभाग की रफ्तार काफी धीमी रही। पहले दिन 832 नवजात, बच्चों और किशोरी के सैंपल लिए गए। इसमें 0-5 वर्ष 187, 6-12 वर्ष के 319 और 13-18 वर्ष तक के 326 किशोर का आरटीपीसीआर सैंपलिंग की गई है। सभी की आईडी जनरेट कर दिया गया है। सबकी सैंपल जांच के लिए बीएचयू लैब भेजा गया है। वहां से 24 घंटे बाद इनकी रिपोर्ट आएगी। इनकी रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की स्थिति स्पष्ट होगी। मामले में सीएमओ डॉ. वीबी सिंह ने बताया कि हम लोग सैंपलिंग की संख्या अभी और बढ़ाएंगे। बारिश के कारण सैंपलिंग कम हुई लेकिन बुधवार को इसकी संख्या और बढ़ाएंगे l
पहले दिन 832 बच्चों और किशोरों की आरटीपीसीआर सैंपलिंग
Bureau Chief-Varanasi Dr S C Srivastava
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