उत्तर प्रदेशयोगी सरकार पर bepd बेरोजगारों के साथ पक्षपात भेदभाव और अनदेखी का आरोप लगाते हुए भविष्य खराब करने का बड़ा ठीकरा फोड़ते हुए कहा है कि प्रदेश में सपा के शासनकाल में जूनियर हाई स्कूलों में खेल एवं योग शिक्षकों के 32022 खेल योगा अनुदेशकों की भर्ती संविदा पर निकाली गई ।संयोग से तत्काल चुनाव के बाद सपा सरकार सत्ता से बाहर हो गयी।प्रदेश में बनी योगी सरकार ने पहले से चल रही सभी भर्तियों पर रोक लगा दी। बेरोजगारों ने इसके खिलाफ कई बार अपील की लेकिन कोई सुनवाई नही हो सकी। वल्कि सरकार ने भर्ती ही निरस्त कर दिया।तब बेरोजगारों ने कोर्ट की शरण ली हाईकोर्ट ने बेरोजगारों के पक्ष में निर्णय दिया।लेकिन सरकार नही मानी वह सुप्रीम कोर्ट चली गयी वहां भी बेरोजगारों को सरकार से दो चार करना पड़ा।लेकिन सरकार ने BPED बेरोजगारों के लिए कोई सकारात्मक पहल नही की।प्रदेश में लगभग डेढ़ लाख से अधिक BPED बेरोजगारों के अंधकारपूर्ण भविष्य के लिए बेरोजगार योगी सरकार को जिम्मेदार मान रहे हैं हालांकि अभी भी सुप्रीम कोर्ट में मामला विचाराधीन है लेकिन बेरोजगारों की हालत खराब है। दरकार ने किसी भी रैली पर रोक लगा रखी है ऐसे में बेरोजगारों धरना प्रदर्शन भी नही कर सकते ऐसेमें बेरोजगारों ने सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए ट्विटर फेसबुक और अन्य माध्यमो से सरकार से बेरोजगारों के पक्ष में सकारात्मक निर्णय लेने के लिए पहल कर रहे हैं।इसी कड़ी में5 जून को bped बेरोजगारों ने बेरोजगार दिवस के रूप में मनाया।
बेरोजगारों ने सरकार से अपील की है कि bped के बेरोजगारों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न करे।
उमेश चंद्र तिवारी
हिंदी संवाद
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know