शहर में पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने व विकास कार्यों पर 101 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। नगर निगम मुख्यालय में मंगलवार को 15वें वित्त के तहत महापौर मृदुला जायसवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में इसे मंजूरी दी गई। इसमें एक बड़ी राशि पौधरोपण, कच्चे रास्तों के निर्माण, वायु गुणवत्ता बेहतर करने पर खर्च की जाएगी।महापौर कार्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान मृदुला जायसवाल ने कहा कि शासनादेश के अनुसार मदों में राशि का आवंटन किया गया है। बीएचयू के आईईएमडी विभाग को 40 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं। यह संस्था पर्यावरणीय संरक्षण के लिए हो रहे कार्यों की निगरानी करेगी और सुझाव देगी। शहर में वायु गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई जाएगी। सड़क पर धूल की मात्रा कम करने व साफ सफाई में पर्यावरणीय मानकों का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश नियंत्रण बोर्ड क्षेत्रीय कार्यालय को राशि आवंटित की गई है। उनको लैब बनाना है, कंट्रोल सेंटर के लिए अलग जगह दी जाएगी। इस कार्य को स्मार्ट सिटी से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि करसड़ा प्लांट का अभी सीएसआर से रखरखाव हो रहा है, लेकिन भविष्य में नगर निगम को ही इसकी जिम्मेदारी लेनी है, इसलिए फंड का आवंटन किया गया है। बैठक में नगर आयुक्त गौरांग राठी, अपर नगर आयुक्त डीडी वर्मा, चीफ इंजीनियर एसपी सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

तीन करोड़ से शिवपुर तालाब का संदर्यीकरण

शिवपुर में रानी तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए तीन करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसे नए पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां आने वाले लोगों के लिए टिकट व्यवस्था भी की जाएगी। जिससे इसका रखरखाव बेहतर हो सके।

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