लखनऊ : यदि आप सुबह सुबह न्यूज़ पेपर यानी कि समाचार पत्र पढ़ने के आदी है तो आगामी कुछ दिनों तक आपको समाचार पत्र नही मिलने वाला है । दरअसल पूरा मामला यह हैं कि प्रमुख हिंदी समाचार पत्र कंपनियों ने न्यूज़ पेपर के मूल्यों में 50 प्रतिशत की वृद्धि कर दी है । जिसके विरोध में समाचार पत्र विक्रेता और डिलीवरी करने वाले लोग स्ट्राइक पर आ गए है ।
महानगर लखनऊ के समाचार विक्रेता संघ के प्रमुख मनीष सिंह रावत ने यह बताया कि एक तो ग्राहकों ने कोरोना की वजह से वैसे ही न्यूज़ पेपर लेना कम कर दिया है दूसरी तरफ मूल्यों में 50 प्रतिशत वृद्दि होने से मौजूद ग्राहक भी न्यूज़ पेपर लेना बंद कर देंगे । समाचार पत्रों ने इस कोरोना काल मे न केवल पेपर के पृष्ठों की संख्या कम कर दिया है बल्कि मूल्यों में वृद्धि भी कर दी है । विक्रेताओं के हितों को भी समाचार पत्रों ने कोई स्थान नही दिया है जिससे लोगो के सामने आजीविका चलाने की समस्या पैदा हो गयी है । उन्होंने संबंधित लोगो अधिकारियों और सरकार से निवेदन किया है कि इस समस्या का समाधान निकाला जाए और न्यूज़ पेपर विक्रेताओं और डिलीवरी करने वाले लोगो के हितों को संरक्षित किया जावे ।

आपको बता दे कि समाचार पत्र विक्रेता और डिलीवरी में लगे लोग अपने जान को हथेली पर रखकर न्यूज़ पेपर लोगो तक पहुँचा रहें है । संगठन ने यह स्पष्ट किया है कि जबतक समाचार पत्र कंपनिया इनकी बातों को नही मानती तब तक इनकी डिलीवरी बन्द रहेगी ।
वही दूसरी तरफ समाचार पत्र कंपनियां जिन्होंने मूल्य में वृद्धि की है उनका कहना हैं कि बिज्ञापन न मिलने से उनकी प्रिंटिंग लागत बढ़ गयी है और यदि वो मूल्य नही बढ़ाती है तो प्रकाशन करना मुश्किल हो जाएगा 
श्री राहुल जो कि नियमित न्यूज़ पेपर लेते है उनका कहना है कि इस वैश्विक महामारी की स्थिति में समाचार पत्र प्रकाशन करने वाली कंपनियों को मूल्य में वृद्धि नही करना चाहिए इसे अगले कुछ महीनों के लिए टाल देना चाहिए ।
शहर में अनेको लोग न्यूज़ पेपर पढ़ने के आदी है और न्यूज़ पेपर न मिलने से उनमे गुस्सा देखा जा सकता है । आपको बता दे कि पहले सभी प्रमुख समाचार पत्रों के डिजिटल एडिशन पढ़ने के लिए फ्री थे लेकिन पिछले वर्ष से कई कंपनियों ने उसे भी पेड बेसिस कर दिया है ।

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