तहसीलदार द्वारा जारी अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र होने के बावजूद भी गांव के तिलकराम पुत्र मानिकराम द्वारा पीड़ितों को अनुसूचित जाति का ना होने तथा फर्जी, अफवाह एवं दुष्प्रचार फैलाने के विरुद्ध जांच कर कठोर कार्रवाई किए जाने की लिखित शिकायत शनिवार को उप जिलाधिकारी उतरौला डॉ नगेंद्र नाथ यादव से की है।
पीड़ित राम आशीष, राजेश, रामराज, राजकुमार ,बसंत राम, राम धीरज, सभाराम, कुलंजन, परसराम, सदाराम, राम दुलारे, शिवप्रसाद, उदयराज व करन का कहना है कि हम उतरौला तहसील अंतर्गत ग्राम कोल्हुई विनुहनी में निवास करने वाले नट जाति के हैं। जिनके पास तहसीलदार उतरौला द्वारा जारी अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र भी उपलब्ध है। इसके अलावा पीड़ितों के पास राशन कार्ड, जॉब कार्ड, टी सी आदि का प्रमाण पत्र भी मौजूद है। बावजूद इसके गांव के ही तिलकराम पुत्र मानिक राम द्वारा दबंगई व गुंडई के बल पर पीड़ितों को अनुसूचित जाति का ना होने का भ्रम गांव तथा समाज में फैला रहा है। तथा गांव व समाज में पीड़ितों की छवि खराब करने के साथ ही जानमाल की धमकी भी देता है।
पीड़ितों ने एसडीएम से मामले की जांच कर विपक्षी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग करी है।
असगर अली
उतरौला
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know