यह आरोप लगाते हुए आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने डीजीपी और एडीजी जोन को शिकायती पत्र भेजा है। जिसमेें सिपाही की संपत्ति की जांच की मांग की गई है।
पत्र में आरोप लगाया गया है कि संबंधित सिपाही वर्तमान में करोड़ों की संपत्ति का मालिक है। उसके पास फॉच्र्यूनर गाड़ी है। यही नहीं जिले में स्थित जिस फ्लैट में सिपाही रहता है, उसकी मौजूदा बाजारू कीमत एक करोड़ रुपये है और यह फ्लैट उसने अपनी पत्नी के नाम लिया है। उसने गांव में भी करोड़ों का मकान बनवाया है। इसके साथ ही नारीबारी में भी करोड़ों की जमीन खरीदी है। वह अल्टो कार व बुलेट का भी मालिक है जो उसने हाल ही में खरीदी है। शिकायती पत्र के साथ सिपाही की पत्नी के नाम पर खरीदे गए दारागंज व अल्लापुर स्थित दो फ्लैट व वाहन से संबंधित अभिलेख भी संलग्र किए गए हैं। बताया जा रहा है कि उक्त सिपाही लंबे समय से बतौर निजी सुरक्षा गार्ड ड्यूटी में तैनात है। डीजीपी को भेजे गए पत्र की प्रतिलिपि मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव गृह व एडीजी जोन प्रयागराज को भी प्रेषित की गई है। इस मामले में डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी का कहना है कि उन्हें किसी तरह की शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलती है तो जांच कराई जाएगी।
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