जिला प्रशासन के निर्देश पर मंगलवार को विभिन्न विभागों की प्रवर्तन टीम ने तीन निजी अस्पतालों पर छापेमारी की। टीम में पुलिस, आयकर, वाणिज्य कर, स्वास्थ्य विभाग के अफसर शामिल रहे। दोपहर बाद शुरू हुई कार्रवाई के दौरान वहां हड़कंप मचा रहा। अस्पतालों के प्रबंधन से जुड़े लोग टीम को सफाई देते रहे। टीम ने कुछ मरीजों के परिजनों से भी पूछताछ की। अस्पतालों के मेडिकल स्टोर पर दवाओं और इंजेक्शन की कीमत को लेकर भी तीमारदारों व अस्पताल प्रबंधन से पूछताछ की गई।आयकर विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर जीपी सिंह ने बताया कि नोवा अस्पताल की दोबारा शिकायत मिली थी। तीनों अस्पतालों की जांच के दौरान दस्तावेज जब्त किये गये हैं। मरीजों के परिजनों से पूछताछ भी हुई है। उन्होंने ताकीद किया कि जो अस्पताल या मेडिकल स्टोर कालाबाजारी करते पाए जाएंगे उन पर जीएसटी, इनकम टैक्स, ड्रग्स एक्ट समेत अन्य संबंधित धाराओं में कार्रवाई की जाएगी।

एसीपी प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि जिले में कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ दो इंफोर्समेंट टीम काम कर रही है। शिवपुर स्थित नोवा, भोजूबीर स्थित आलोक अस्पताल और ककरमत्ता स्थित पॉपुलर अस्पताल पर मरीजों से ज्यादा शुल्क वसूलने की शिकायतों पर कार्रवाई हुई। इन अस्पतालों पर ऑक्सीजन सिलेंडर व दवाओं की कालाबाजारी व जमाखोरी की शिकायतें भी मिल रही थीं। छापेमारी के दौरान जो भी दस्तावेज मिले हैं उसे जिला प्रशासन को सौंपा जा रहा है। उन्होंने कहा कि आम लोग शासन से तय शुल्क से ज्यादा वसूले जाने पर नजदीकी थाना, चौकी में तत्काल शिकायत करें।

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