परिवार के लोगों ने जिन्हे मृत मानकर तेरहवीं कर दी थी। बाद में पता चला कि वो बनारस के आश्रम में जिंदा हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से परिवार के लोगों को जब जानकारी हुई तो उन्हे लेने बनारस आए। इस दौरान परिवार के लोगों को यकीन ही नहीं हो रहा था कि जिनकी तेरहवीं कर चुके थे वो जिंदा हैं।चंदौली जिले में बुबरी निवासी सोमारू कुशवाहा (90) किसी तरह से परिवार से भटक गए थे। काफी दिनों तक जब नहीं मिले तो परिवार के लोगों ने 28 अप्रैल को उनका तेरहवीं कर दी। इस बीच अपना घर आश्रम के डॉ. निरंजन कुमार को एक दिन बुजुर्ग लावारिश अवस्था में मिले थे। डॉ. निरंजन ने बताया कि जब वह आश्रम आए तो बोलने की स्थिति में नहीं थे। किसी तरह उनसे बात कर उनका पता पूछा तो पता चला कि वो चंदौली जिले के रहने वाले हैं।


Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने