विश्वविद्यालय में शिक्षकों के 858 पद स्वीकृत हैं। इनमें से 596 पदों पर भर्ती की जानी है। मौजूदा सत्र में 262 शिक्षक ही कार्यरत हैं। कोरोना महामारी के कारण तीन शिक्षकों की जान चली गई है। वहीं मौजूदा सत्र में कई शिक्षक रिटायर हो गए हैं। ऐसे में शिक्षकों का टोटा है।
विश्वविद्यालय खुलने के बाद ही शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया शुरू होने के आसार हैं। आरक्षण रोस्टर तय होने के बाद शिक्षक भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी होगा। फिर आवेदन लिए जाएंगे। इसके बाद आवेदनों की स्क्रीनिंग होगी। फिर सेलेक्शन कमेटी बनेगी। ऐसे में तकरीबन तीन महीने का वक्त लग सकता है। जुलाई से नया सत्र प्रारंभ होना है। शिक्षकों की कमी के चलते अतिथि प्रवक्ताओं से काम लेने की ही संभावना प्रबल है।
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