सहायक लिपिक पर हाथ उठाने से आक्रोशित माध्यमिक शिक्षणेत्तर संघ के जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह ने जीविनि को मांगपत्र देकर दोषी को दंडित किये जाने की मांग
अंबेडकर नगर 28 मई 2021। कभी अपने ही विद्यालय के शिक्षक को जान से मरवाने की सुपारी देने के आरोप में जेल जाने वाले जयराम वर्मा बापू स्मारक इंटर कॉलेज,नाउ सांडा के प्रधानाचार्य द्वारा एकबार पुनः अपने ही सहायक लिपिक पर हाथ उठाने से आक्रोशित माध्यमिक शिक्षणेत्तर संघ,अम्बेडकर नगर के जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह ने जीविनि को मांगपत्र देकर दोषी प्रधानाचार्य को दंडित किये जाने की मांग की है।जिससे बोतल का जिन्न एकबार फिर बाहर आने का पूरा अंदेशा है। गौरतलब है कि नाऊसांडा इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य का विवादों से पुराना नाता है।कभी एम ए की फर्जी मार्कशीट को लेकर मचा बवाल अभी शांत ही हुआ था कि उसी दरम्यान उन्होंने प्रधानाचार्य पद पर अपनी ताजपोशी को लेकर अपने प्रतिस्पर्धी शिक्षक रामकमल को रास्ते से हटाने के लिए शार्प शूटरों को 9 लाख की सुपारी दे दी थी।जिसका खुलासा होने पर उन्हें जेल जाना पड़ा था औरकि अभी भी अंतरिम जमानत पर ही रिहा हैं।यही नहीं विगत 12 मई को अपनी ए सी पी के बाबत जानकारी करने और अप्रैल माह के वेतन बिल पर हस्ताक्षर करने से इनकार करने पर जब विद्यालय के वेतन लिपिक ने कारण जानना चाहा तो उन्होंने उसको भी अपशब्दों से नवाजते हुए मारापीटा।जिसकी प्रथम सूचना रिपोर्ट इब्राहिमपुर थाने में दर्ज है औरकि जांच गतिमान है।ध्यातव्य है कि प्रधानाचार्य द्वारा इसदफ़ा हाथ उठाने से खफा माध्यमिक शिक्षणेत्तर संघ ने जिला विद्यालय निरीक्षक रविन्द्र सिंह व लेखाधिकारी अभिषेक वर्मा को 9 सूत्रीय मांगपत्र देकर जाँच करवाने और दोषी होने पर उक्त प्रधानाचार्य को दंडित करने की मांग की है।जिसपर जिलाविद्यालय निरीक्षक ने स्वतंत्र जांच दल गठित करने की बात कही है।दिलचस्प बात तो यह भी है कि कक्षा 8 तक के विद्यार्थियों को निशुल्क वितरण हेतु बेसिक शिक्षा विभाग से प्रदत्त सरकारी किताबों को खुलेआम बेंचते हुए भी उक्त श्री सालिगराम वर्मा पकड़े जा चुके हैं।जिसकी रिपोर्ट खण्ड शिक्षा अधिकारी कमल प्रकाश सिंह ने सम्बंधित थाना इब्राहिमपुर में ही दर्ज कराई है औरकि अभीतक प्रधानाचार्य अरेस्ट स्टे लेकर गिरफ्तारी से बचे हुए हैं।मजेदार तथ्य तो यह भी है कि प्रधानाचार्य सालिगराम वर्मा माध्यमिक शिक्षक संघ,शर्मा गुट क़े पूर्व उपाध्यक्ष और अध्यक्ष राजराम वर्मा के चहेते हैं।यही कारण है कि विभाग भी इनपर कार्यवाही से बचता रहा है क्योंकि राजाराम वर्मा खुलेआम दोषी प्रधानाचार्य को संरक्षण प्रदान करते हैं।
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